पीएम मोदी सरकार की उज्ज्वला योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो उसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए।
कि कैसे आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
साथ ही आपको गैस कनेक्शन की भी स्पष्ट जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना का पूरा नाम है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना है। इस योजना की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने पेट्रोलियम गैस मंत्रालय के तहत की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा योजना को 1 मई 2016 शुरू किया गया।
योजना को पेट्रोलियम गैस मंत्रालय की सहायता से चलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0 के तहत लाभार्थियों को पहली रिफिल मुफ्त में उपलब्ध कराने के साथ ही चूल्हा भी फ्री दिया जाएगा।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से यह योजना चलाई जा रही है।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना 2.0
उज्जवला 2.0 योजना से लाखों प्रवासी श्रमिक परिवारों को अधिकतम लाभ मिलेगा।
पूरे यूपी और दूसरे राज्यों से कई लोग काम के लिए गांव से शहर या दूसरे राज्यों में पलायन कर चुके हैं।
वहां उन्हें एड्रेस प्रूफ की समस्या का सामना करना पड़ता है। उज्जवला 2.0 योजना ऐसे लाखों परिवारों को अधिकतम लाभ देगी।
अब दूसरी जगहों से आए इन मजदूरों को एड्रेस प्रूफ के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। सरकार को प्रवासी श्रमिकों की ईमानदारी पर पूरा भरोसा है।
उज्ज्वला 2.0 के तहत गैस कनेक्शन लेने के लिए केवल पते की स्व-घोषणा देनी होगी।
जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन के साथ, उज्ज्वला 2.0 लाभार्थियों को पहली रिफिल और हॉटप्लेट मुफ्त प्रदान करेगा।
साथ ही, नामांकन प्रक्रिया के लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई की आवश्यकता होगी।
उज्जवला 2.0 में प्रवासियों को राशन कार्ड या एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी। ‘पारिवारिक घोषणा’ और ‘पते के प्रमाण’ दोनों के लिए एक स्व-घोषणा पर्याप्त होगी।
उज्जवला 2.0 एलपीजी तक सार्वभौमिक पहुंच के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में मदद करेगा।
योजना के उद्देश्य
प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना का उद्देश्य देश भर में बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों में महिलाओं के नाम पर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना था।
सरकार ने 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन का लक्ष्य हासिल किया है और योजना के तहत देश भर में बीपीएल परिवारों को वितरित किया गया है।
PMUY योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में डिफॉल्ट ईंधन को छोड़कर स्वच्छ एपीजी ईंधन को बढ़ावा देंगे तथा पर्यावरण को नुकसान होने से बचाना है।
गरीबी रेखा से नीचे आने वाली प्रत्येक महिला को कड़ी मेहनत करके चूल्हा जलाकर खाना पकाती है इसके दुष्प्रभाव से महिलाओ और बच्चो के स्वास्थ्य को नुकसान होता है।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत मिलने वाली एल पी जी गैस के उपयोग से महिलाओ और बच्चो के स्वास्थ्य सुरक्षित रखा जा सकता है।
इस योजना के ज़ेरिये महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
1. महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके स्वास्थ्य की रक्षा करना।
2. जीवाश्म ईंधन पर आधारित खाना पकाने से जुड़े गंभीर स्वास्थ्य खतरों को कम करना।
3. अशुद्ध खाना पकाने के ईंधन के कारण भारत में होने वाली मौतों की संख्या को कम करना।
4. जीवाश्म ईंधन को जलाने से इनडोर वायु प्रदूषण के कारण होने वाली गंभीर श्वसन बीमारियों की महत्वपूर्ण संख्या से छोटे बच्चों को रोकना।
योजना के अपडेट
इस योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त गैस सिलेंडर गरीबों को प्रदान करने की सुविधा 30 सितंबर 2020 कर दी गई है।
इस योजना के तहत केवल 30 सितंबर तक ही देश में गरीबी रेखा बीपीएल से नीचे या जीवनयापन करने वाली महिलाओं को ही मुफ्त में गैस सिलेंडर ऑफर नए सिरे से मिलेगा।
जिन महिलाओ ने अभी तक इस योजना का लाभ प्राप्त नहीं किया है वह जल्द ही इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकती है।
वर्तमान में इस योजना के तहत गैस सिलेंडर लेने वाले देश में करीब 7.4 करोड़ महिलाओं को मुफ्त कनेक्शन प्रदान किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 30 सितंबर तक मुफ्त एलपीजी सिलेंडर पाने का आखिरी मौका है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 लोक सभा चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री अतिला योजना के तहत यह बहुत बड़ा बदलाव किया गया है।
अब सभी राशन कार्ड धारक चाहे वह एपीएल राशन कार्ड धारक हों या बीपीएल राशन कार्ड धारक वह एलपीजी गैस उजला योजना के लिए पात्र माने जाएंगे।
पीएमयूवाई एलपीजी गैस कनेक्शन योजना 2023 के तहत सरकार केंद्र सरकार 1600 रुपये की सब्सिडी के पात्र को नए गैस कनेक्शन लेने पर कराती है।