हम सभी यह अच्छे तरीके से जानते हैं की एक प्लेटफॉर्म है जो हर किसी को अपना चैनल बनाने की अनुमति देता है, पैसे कमाने की अनुमति देता है। जिसका नाम है यूट्यूब, जी हाँ दोस्तों यूट्यूब ही एक ऐसा प्लेटफॉर्म हैं जहां कोई भी अपने वीडियो अपलोड कर सकता है और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बना सकता है। लेकिन जिस तरह हर प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करने के नियम कानून होते हैं उसी तरह इस प्लेटफॉर्म की भी कुछ गाइडलाइन्स हैं जैसे कि इसपर क्या अपलोड किया जा सकता है। और यदि यूट्यूब के नियमों का कोई उलँघन करता है तो यूट्यूब उस चैनल को बंद कर सकता है। कुछ हफ्तों के लिए या फिर हमेशा के लिए।

हमारी कहानी आपसे साझा करने से पहले हम आपसे इस प्लेटफॉर्म के कुछ नियम आपको बताते चलते हैं। पहला, किसी भी तरह के कॉन्टेंट में कम्यूनिटी दिशा-निर्देशों या सेवा की शर्तों का बार-बार उल्लंघन करना (जैसे कि नफरत फैलाने, बुरा बर्ताव करने, और/या उत्पीड़न करने वाले वीडियो या कमेंट को बार-बार पोस्ट करना

दूसरा, बुरे बर्ताव से जुड़ा कोई गंभीर मामला, जैसे कि कम उम्र के लोगों का शोषण करना, स्पैम या पोर्नोग्राफी का इस्तेमाल करना

तीसरा, चैनल या अकाउंट किसी पॉलिसी का उल्लंघन करते हुए चलाए जा रहे हों (जैसे नफरत फैलाने वाली भाषा का इस्तेमाल करना, उत्पीड़न करना या किसी दूसरे के नाम पर काम करना

चौथा, अगर आप वीडियो में कॉपीराइट सामग्री का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आम तौर पर ऐसा करने से पहले आपको इसकी मंज़ूरी लेनी होगी. YouTube आपको ये अधिकार नहीं दे सकता. दूसरे का कंटेंट इस्तेमाल करने पर आपका चैनल यूट्यूब डिलीट कर सकता है।

तो चलिए बढ़ते हैं हमारी कहानी की ओर। दिनांक 9 अकटूबर, दिन रविवार और समय रात के 11 बजे, हमे यूट्यूब की ओर से एक मेल आता है जिसपर साफ साफ शब्दों में स्ट्राइक के बारे में सूचित किया जाता है। यूट्यूब के उस मेल ने मानो हमारी रातों की नींद से उड़ा दी थी क्यूंकी उस मेल में ये लिखा पाया गया कि हम एक सप्ताह यानि की पूरे 7 दिनों तक अपने खून पसीने से मेहनत से आगे बढ़ाए चैनल पर कुछ अपलोड नही कर सकते, जी हाँ बिल्कुल सही सुना आपने। लेकिन इस बार हम इस अनुचित कार्रवाई को स्वीकार नहीं कर सके, क्योंकि ये आम सी बात है जब भी आप YouTube पर “मुंबई लोकल ट्रेन फाइट” खोजते हैं तो आपको कई प्रमुख चैनलों से बिल्कुल ऐसा ही वीडियो देखने को मिलता है, लेकिन ये स्ट्राइक उनपर नही तो हमपे क्यूँ ?

इसी चिंता में आकर के हमने उसी समय 12:40 पर यूट्यूब पर अपील जताई और फिर साथ ही इसको लेकर एक ट्वीट भी कर दिया। अब अगले ही दिन यूट्यूब का एक मेल आता है, जो एक मेल कम माफीनामा ज्यादा लगता है। जी हाँ, दोस्तों एक माफीनामा। माफीनामा इसलिए क्यूंकी यूट्यूब की ओर से गलती हो गई थी जिसके लिए वह तहे दिल से माफी मांगते नज़र आए।

अब आप सोच रहे होंगे की गलती किस्से नही होती, दुनिया का यही तो नियम है। हर चीज परफेक्ट तो नही ही हो सकती। इस बात पर कोई दो राई नही है, लेकिन हम सभी को यह भी समझना होगा की यदि हम यूट्यूब को यह अपील नही करते या फिर इनको ट्विटर पर टैग ना करते तो क्या यूट्यूब हमारी तकलीफ का कोई जवाब दे पाते। क्या इतने बड़े प्लेटफॉर्म से इतनी बड़ी गलती अपेक्षित है? नही क्यूंकी यही वो यूट्यूब चैनल है जिससे लाखों लोगों का घर चलता है और ऐसी गलती किसी का घर उजाड़ सकती है।

इसलिए ऐसा यदि कभी आपके साथ हो, तो उसका जवाब चुप्पी नही बल्कि आवाज़ उठाना होगा। यदि आपको लगता है की आपके द्वारा यूट्यूब की कोई गाइड्लाइन का हनन नही किया गया है तो बिल्कुल आवाज उठाइए।