इमरान खान के गठबंधन के सबसे बड़े साथी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) के उनका साथ छोड़ते ही उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) बहुमत के आंकड़े 172 से नीचे चली गई है और 177 सांसदों के साथ विपक्ष के पास अब संसद में अधिक नंबर है। दूसरी ओर इमरान सरकार के पास सिर्फ 164 सांसदों का समर्थन रह गया है। पाकिस्तान के जियो टीवी के मुताबिक़, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान और PPP के आसिफ अली जरदारी ने समझौते के मसौदे पर साइन किए हैं।ये मसौदा कराची के एडमिनिस्ट्रेटर मुर्तजा वहाब ने तैयार किया था। जिसके बाद MQM ने भी विपक्ष में शामिल होने का निर्णय लिया है। चूंकि MQM ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से ठीक पहले विपक्षी दलों से समझौता कर लिया है ऐसे में माना जा रहा है कि अल्पमत में आने के बाद इमरान खान फ्लोर टेस्ट से पहले ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं।