समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा होने वाला है। दरअसल कलवारी क्लास की पांचवीं सबमरीन INS वागीर आगामी 23 जनवरी को नोसैना में शामिल हो जाएगी।
आपको बता दें कि यह सबमरीन पूरी तरह से भारत में बनी है और मुंबई में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने इसका निर्माण किया है।
फ्रांस की कंपनी नेवल ग्रुप ने इसमें भारतीय नौसेना की मदद की है। आईएनएस वागीर को समुद्र के तट पर और मध्य समुद्र में भी तैनात किया जा सकता है और यह भारतीय नौसेना की सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह बड़ा कदम है। मिली जानकारी के मुताबिक इस सबमरीन के अधिकतर ट्रायल हो चुके हैं।
INS वागीर की मदद से नौसेना को एंटी सबमरीन युद्ध, खूफिया सूचना जुटाने, समुद्र में बारूदी सुरंग बिछाने और सर्विलांस के काम में काफी मदद मिलेगी।
इस सबमरीन के निर्माण की शुरुआत जुलाई 2009 में हुई थी और नवंबर 2020 में इसका नाम वागीर रखा गया।