कई बार ऐसा होता है कि जब हम किसी शहर से दूर जैसै कि जंगल या फहाड़ी इलाके में होते हैं तो इंटरनेट कनेक्ट करना काफी मुश्किल होता है। इसी समस्या को हल करने जा रही है स्टारलिंक कंपनी। स्टारलिंक की इंटरनेट सर्विस से हम जंगल, पहाड़ी इलाके के किसी भी इलाके में आसानी से इंटरनेट चला सकते हैं।
क्या है स्टारलिंक कंपनी
स्टारलिंक जियों एयरटेल जैसै दिग्गज मार्केट लीडर टेलीकॉम कंपनियों की नींद उड़ा चुका है.
स्टारलिंक एक सैटोलाईट इंटरनेट सर्विस कंपनी है जो सैटैलाइट के जरिए इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाती है।इसे रियल आयरनमैन के नाम से मशहूर इलॉन मस्क की स्पेसएक्स के द्वारा लॉन्च किया गया है।
स्टारलिंक का लक्ष्य है कि वो दुनिया के हर हिस्से में इंटरनेट उपलब्ध करवाए।
स्टारलिंक की शुरुआत दुनिया के रिचेस्ट पर्सन्स में से एक इलॉन मस्क ने 2015 में किया था। कंपनी पहला सैटैलाइट लॉचिंग 22 फरवरी 2018 को किया था।
स्पेसएक्स सैटैलाइट को लो अर्थ ऑर्बिट में भेजती है जहाँ से यूजर्स को ट्रडाशनिशल टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सुविधाजनक रुप से इंटरनेट मिलता है।
यह कैसै काम करता है?
स्टारलिंक सैटैलाइट पृथ्वी के निचले कक्षाओं में मौजूद रहता है, इससे इंटरनेट करने के लिए यूजर को एक किट की जरुरत पड़ती है। इस किट में वाइ फाई राउटर,पावर स्पलाई,केबल और माउटिंग ट्राईपॉइड होता है। यह किट सीधे सैटैलाइट से जुड़ा हुआ रहता है,जिससे इंटरनेट सर्विस मिलता है।
अभी स्टारलिंक दुनिया के 40 देशों में अपनी सेवा दे रहा है. स्टारलिंक ने रुस यूक्रेन के समय भी यूक्रेन को सैटैलाइट के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराया। भारत में स्टारलिंक की सेवाएँ जल्द ही शुरु होने वाली है।
स्टारलिंक सर्विस प्राइस
आइए अब जानते हैं कि क्या स्टारलिंक की सर्विस आम भारतीय लोगों के अफोर्डटेबल है?
कंपनी अमेरिका में स्टारलिंक किट के लिए 499$ चार्ज करती है और 99 डॉलर (लगभग 7400 ₹) प्रति महीने चार्ज करती है।
वही स्पेस एक्स के डायरेक्टर ने बताया है कि भारत में भी इसकी प्राइस महंगी होगी।
भारतीय यूजर को पहले साल 1,58,000 ₹ वही दूसरे साल 1,15,000 ₹ चुकाने पड़ सकते हैं।
क्या जियो, एयरटेल के बुरे दिन आने वाले हैं?
कई लोग यह लगता हैं कि भारत में स्टारलिंक की सर्विस आने से जियो, एयरटेल जैसै टेलीकॉम कंपनियॉ संकट में आ जाएगी।
आपको बता दें कि सैटैलाइट इंटरनेट में स्टारलिंक मार्केट लीडर बन सकता है लेकिन जियो और एयरटेल जैसी कंपनियाँ भी उसे कड़ी टक्कर देगी। एक रिपोर्ट्स के अनुसार सैटैलाइट इंटरनेट का बाजार 2025 तक 13 बिलियन डॉलर का होने का अनुमान है।
स्टारलिंक को टक्कर देने के लिए जियो एयरटेल भी सैटैलाइट इंटरनेट पर काम कर रही है। जियो SES और एयरटेल, Hughes कम्यूकेशन्स के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।
आइए जानते हैं स्टारलिंक इंटरनेट के फायदे
1.स्टारलिंक के इंटरनेट सर्विस से डॉउनलोडिंग, गेमिंग काफी तेजी से हो पाएगा।
2.स्टारलिंक यूजर को अनलिमेटेड डेटा देता है।
3.वही स्टारलिंक इंटरनेट 150mbps की स्पीड से चल सकता है।
4.इसकी सुविधा दुनिया को हर कोने मे उपलब्ध हो सकता है।