मानवता इस शब्द के मायने आज के युग में शायद शब्दों में ही सिमट कर रह गए हैं लेकिन महाराजगंज से मानवता और इंसानियत की एक जीती जागती मिसाल सामने आई है। दरअसल उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में एक ऑटो का इंश्योरेंस ना होने की वजह से 24,500 का चालान काट दिया गया। ऑटो ड्राइवर की आर्थिक हालात किस कदर खराब थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसको ये रकम चुकाने के लिए अपनी मां का मंगलसूत्र बेचना पड़ा।
ऑटो ड्राइवर मंगलसूत्र बेचकर भी 13 हजार रुपए ही जुटा पाया और उतनी ही रकम लेकर आरटीओ ऑफिस पहुंचा। युवक को आस थी कि बाकी रकम शायद माफ हो जाए इसके लिए वो हैरान और परेशान होकर भटक रहा था। आरटीओ आरसी भारती की नजर उस पर पड़ी उसके बाद उन्होंने उसका चालान खुद ही भरा और ऑटो का इंश्योरेंस भी करवाया और हर सम्भव युवक की मदद का भी भरोसा दिया।