आरिफ का सारस दोस्त लापता हो गया है। वही सारस जिसे वन विभाग की टीम ने रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार शिफ्ट किया था।
वन विभाग के कर्मचारी उसकी तलाश में जुटे हुए हैं। कुछ दिन पहले आरिफ और सारस की दोस्ती का वीडियो वायरल हुआ था।
दोनों एक साथ रहते और खाते-पीते थे। फिर अचानक वन विभाग के लोग सारस को अपने साथ ले गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, सारस बुधवार, 22 मार्च की शाम से लापता हैं। चार बजे के बाद से उसे किसी ने नहीं देखा।
क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव की वन विभाग के कर्मचारी सारस की तलाश कर रहे हैं।
मंगलवार, 21 मार्च को वन विभाग की टीम अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को अमेठी से रायबरेली में समसपुर पक्षी विहार ले गई।
उनका तर्क था कि राज्य पक्षी को कोई इस तरह अपने पास नहीं रख सकता।
आरिफ के घर से बर्ड सैंचुरी की दूरी लगभग 50 किलोमीटर की है।

कैसे हुई दोस्ती
आरिफ को यह सारस एक साल पहले जंगल में लावारिस हालात में मिला था। उसके पैर में काफी चोट लगी थी।
आरिफ उसे अपने घर ले आया। सारस के पैर में काफी चोट लगी थी और काफी खून भी निकल रहा था।
आरिफ ने ही सारस की देख रेख की। जब सारस ठीक हुआ तो वह उनके घर का सदस्य बन गया।
सारस का आरिफ के साथ उठना बैठना, खाना पीना सब होने लगा।
सारस फिर वही अपना घर बना लिया। वहां उनके घर का सदस्य बन गया।
यहां तक की आरिफ अगर बाइक से कहीं चला जाए तो सारस उनके पीछे-पीछे उड़ता हुआ पहुंच जाता है।
ऐसा कई वीडियोज में देखा गया है। एक इंसान और एक पक्षी की दोस्ती देखने के लिए लोग दूर-दूर से आरिफ के पास आते हैं।
आरिफ के परिवार के सदस्य भी इस सारस के दाना पानी का ख्याल रखते थे।
उनकी मुहब्बत का असर इतना था कि जब आरिफ खेतों में काम करने जाते, सारस भी उनके साथ आता था।
जब वह घर लौटते तो खुद ब खुद घर लौट जाता है।
22 मार्च को आरिफ के घर से वन विहार ने सारस पक्षी को ले लिया और समसपुर पक्षी विहार में छोड़ दिया।
लेकिन इसके बाद ही सारस पक्षी का लोकेशन नहीं मिल रहा था।
“उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से जबरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है।
उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है।
सारस के जाने के बाद सारस के दोस्त आरिफ काफी दुखी हैं और वह अपनी सुध बुध खो बैठे हैं।
वहीं उनके परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल है। सारस को ले जाने के बाद आरिफ के छोटे भाई अरमान ने कहा कि सारस के जाने के बाद हमें काफी दुख है।
हमें इतना दुख है कि हम उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। सारस से हमारा दिली लगाव था और हम सब के बीच वो परिवार के सदस्य की तरह रहता था।
हमारी यही मांग है कि सारस को भले ही ले जाया गया है लेकिन उसे जैसे यहां पर आजादी थी उसी आजादी में वहां भी रखा जाए।
आरिफ की मां फातिमा ने कहा आरिफ के साथ-साथ सारस से भी उन्हें बहुत लगाव था, लेकिन आज वन विभाग के कर्मचारी आए और सारस को अपने साथ ले गए।
सारस पिछले एक साल से हमारे परिवार के साथ रह रहा था। उसके जाने से हम सब बहुत दुखी हैं।