पूरी दुनिया में अमीरों और गरीबों की बीच खाई बढ़ती जा रही है यानी अमीर अधिक अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब। यह विषमता भारत में भी मौजूद है।
हाल ही में रिलीज हुई ऑक्फैम(oxfam) के रिपोर्ट के अनुसार कोविड शुरु के बाद नबम्बर 2021 तक आमलोगों रोजगार जैसी समस्योंओ से जुझना पड़ा वही इस दौरान भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 121% बढ़ी।
इस रिपोर्ट के अनुसार केवल 5% भारतीयों के पास देश की संपति का कुल 60% और निचले 50% भारतीय के पास मात्र देश की संपति का 3% है।
आपको बता दें कि इन संपति पर 2% टैक्स लगा दिया जाए तो तीन साल तक कुपोषण शिकार के सभी जरुरतों को पुरा किया जा सकता है।
यदि सिर्फ गौतम अडानी के 2017- से 2021 के बीच लाभ पर टैक्स लगा दिया जाए तो 1.79 लाख करोड़ रुपये प्राप्त होगें, इतने रुपये से देश की प्राइमरी स्कूलों के 50 लाख शिक्षकों को एक साल तक रोजगार दिए जा सकते हैं।
भारत के 100 अमीर लोगों की संपति 54 लाख 12 हजार करोड़ से अधिक है,इतने रुपए से भारत का पूरा बजट 18 महीनों तक चलाया जा सकता है।
हमारे देश की टॉप 10 अमीर भारतीय की संपति 27 लाख करोड़ से अधिक है। यह संपति स्वास्थ्य आयुष
मंत्रालय के 30 साल के बजट और मनरेगा के 38 वर्ष के बजट के बराबर है।
ऑक्फैम(oxfam) ने केंद्रीय मंत्री से अपील की है कि अमीरों और गरीबों के इस गैप को समाप्त करने के लिए आने वाले बजट में इन पर टैक्स लगाया जाना चाहिए।
ऑक्फैम रिपोर्ट के अनुसार ( oxfam report ) के अनुसार भारत के 1% लोगों के पास देश का 40% संपति और नीचे से 50 % लोगों के पास सिर्फ 3% संपति है। यह गैप काफी ज्यादा है।
ऑक्फैम इंडिया(oxfam india) के सीईओ अतिताभ बेहर ने कहा कि “एक तरफ भारत भुख, बेरोजगारी, महंगाई और स्वास्थ्य अपदाओं से जूझ रहा है, वही भारत के अरबपतियों की संपति बढ़ती जा रही है। जहाँ 2018 में भुख से पीड़ीत लोगों की संख्या 19 करोड़ थी, 2022 में 35 करोड़ हो गया। पिछले साल 5 वर्ष के आयु वर्ग वाले 65% बच्चों की मौत भुख से हुई। कोविड ने नीचले क्रम के लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, सरकार को गरीबों और अमीरों की इस गैप को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए। “

(oxfam report) एक सर्वे के अनुसार अमीरों और गरीबों के बीच गैप को लेकर 80% लोग कोविड के दौरान मुनाफा कमाने वाले अरबपति वर्ग पर टैक्स लगाने की बात करते हैं।
ऑक्सफैम की रिपोर्ट ‘सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट: द इंडिया स्टोरी’ स्विट्जरलैंड में होने वाली वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में पेश की गई।
इसके अनुसार भारत में 2020 में 102 अरबपति थे वही 2022 में 166 अरबपति थे।
क्या आप अमीरों और गरीबों के बढ़ते गैप को लेकर चिंतित हैं? क्या आप भी मानते हैं इनपर टैक्स लगाना चाहिए? हमें अवश्य बताए।