नगर परिषद में भर्ती प्रक्रिया को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जगह-जगह कांग्रेस शिवसेना व अन्य दलों के द्वारा प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसकी आंच बकहो नगर परिषद तक भी पहुंच गई है।
नगर परिषद का गठन कुछ समय पहले ही किया गया था। यहां भी नगर परिषद के कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इसे युवा कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां भुनाने में जुटी हुई है।
लोगों द्वारा जगह जगह प्रदर्शन, नारेबाजी और अनशन किए जा रहे हैं। 1 सितंबर से जारी इन प्रदर्शनों और अनशनों पर प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभी तक इन प्रदर्शन स्थलों पर एक भी अधिकारी वर्ग की उपस्थिति नहीं देखी गई है। यही कारण है कि लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
प्रदर्शन और अनशन के मुद्दों में अब भर्ती प्रक्रिया के साथ-साथ अन्य मुद्दों को भी जोड़ दिया गया है। नगर में सफाई व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, सड़क एवं बिजली जैसी समस्याओं को भी शामिल कर लिया गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पूरे मामले के संबंध में कई बार अधिकारियों को लिखित शिकायत दी गई है लेकिन अधिकारी वर्ग कोई जांच करने में फुर्ती नहीं दिखा रहा है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक भर्ती घोटाले पर निष्पक्ष जांच नहीं होती और क्षेत्र में सफाई और पानी की व्यवस्थाएं नहीं दी जाती हैं तब तक यह अनशन जारी रहेगा।