कोयलांचल नगरी में नौरोजाबाद से लेकर बाजारपुर तक स्थिति कुछ ऐसी है की लोगों का सड़कों पर निकलना मुश्किल होता नजर आ रहा है। सड़कें दुकानों से सजी हुई है, और ऊपर से कोयला लोड भारी वाहन अलग जाम की स्थिति निर्मित कर देते हैं। सदियों से बीती ये मुसीबत का हल आज तक नही मिल पाया है। यदि बात आबादी की करें तो नौरोजाबाद में तकरीबन 20,000 से अधिक आबादी स्थित है। क्षेत्र के विकास में नगर पंचायत और एसईसीएल की बराबर हिसेदारी है। इसके बावजूद भी विकास की कोई झलक नज़र नही आती। बाज़ार की खरीददारी करने आसपास के घनी आबादी वाले लोगों का भी इसी क्षेत्र में आना जाना लगा रहता है। सुधार की कोई किरण नजर नही आती है।
इन अतिक्रमण के विरुद्ध कोई कारवाई दशकों से नही ली गई है। कुछ माह पूर्व कुछ लोगों को शासकीय ज़मीन में कब्जा करने के वजह से नोटिस जारी किया गया था। इन अतिक्रमित सड़कों पर कोई कारवाही नही ली गई है। कोयलांचल नगरी शहर का मुख्य मार्ग होने के कारण, चौबीसों घंटे यहां साइडिंग के लिए ट्रकों का आना जाना लगा रहता है। वाहनों की लाइनें लगीं रहतीं हैं, खासकर सुबह और शाम के समय जब ट्रक निकलने का समय होता है। उसी के साथ यातायात दबाव के कारण शहर में हादसे बढ़ते नज़र आ रहें है।