14 सितंबर को हर वर्ष हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है और देश में अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी तरह का एक कार्यक्रम सोहागपुर में भी आयोजित किया जा रहा है। सोहागपुर एसईसीएल क्षेत्र के तहत क्षेत्रीय मुख्यालय में हिंदी दिवस राजभाषा पखवाड़ा उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया।
14 सितंबर से शुरू होकर यह कार्यक्रम 15 दिनों तक यानी 28 सितंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता खनन महाप्रबंधक पी कृष्णा द्वारा की गई। सोहागपुर के क्षेत्रीय कार्य प्रबंधक वाई अरुण राव द्वारा हिंदी पखवाड़े के इस कार्यक्रम में कर्मचारियों से बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही।
उन्होंने कहा कि कार्यालय के सभी कार्य हिंदी में ही किए जाने चाहिए। अधिकारियों में इच्छाशक्ति की कमी होने के कारण ऑफिस के कामों को हिंदी में करने में असुविधा होती है। जबकि अरुण राव का मानना है कि कार्यालयों का सारा काम हिंदी भाषा में ही होना चाहिए। सोहागपुर के क्षेत्रीय वित्त प्रबंधक सीडीएन सिंह द्वारा इस बात का समर्थन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पी कृष्णा ने कहा कि वैश्वीकरण और बाजारीकरण के इस दौर में देश के प्रत्येक हिस्से में हिंदी का प्रयोग हो रहा है। ऑफिस के भी हर तरह के काम में हिंदी राजभाषा का ही प्रयोग किया जाना चाहिए।
यहां तक कि हम आपस में भी जो बात करते हैं उनमें अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग एवं हिंदी का भी टूटा फूटा रूप प्रयोग किया जाता है। जबकि इसमें सुधार करते हुए हमें आपसी बातचीत में भी शुद्ध हिंदी को बढ़ावा देना चाहिए। यहां तक की कार्यालय में काम करने वाले स्टाफ, अधिकारी, कर्मचारी सभी को अंग्रेजी भाषा की जगह हिंदी में हस्ताक्षर करने की आदत डालनी चाहिए।
हिंदी आज भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। इसलिए हिंदी के विकास के लिए जरूरी है कि उसे बोलने, पढ़ने और लिखने वालों में उत्साहित किया जाए और हिंदी को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई जाए।