जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे टीका अभियानों का असर धीरे-धीरे दिखने लगा है। जिले की अब तक 90% आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है। केवल 10% आबादी ही अब वैक्सीन से अछूती है। लेकिन प्रशासन द्वारा 100% वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य तय कर लिया गया है। इसी क्रम में 17 सितंबर को टीका महा अभियान कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इस अभियान का लक्ष्य है कि बाकी बचे 10 फ़ीसदी लोगों को भी आज ही टीका लगाया जा सके। इसके लिए प्रशासन द्वारा जगह-जगह मोबाइल वैन की भी सुविधा दी जा रही है। साथ ही बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के माध्यम से घर घर जाकर टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है और टीका के अपात्र लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। आज सुबह से ही शहडोल की सड़कों पर स्वास्थ्य कर्मी सड़क पर घूमने वाले लोगों को पकड़ पकड़ कर उनसे टीका संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और मोबाइल वैन के जरिए उन्हें टीका लगा रहे हो।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 662388 लोगों को वैक्सिंग की पहली डोज मिल चुकी है। जिला टीकाकरण अधिकारी अंशुमन सोनारे ने बताया कि जिले में18 वर्ष से ऊपर के कुल 741448 लोगों को टीका लगाया जाना है। यानी अब तक लगभग 90 फ़ीसदी लोगों को टीका लगाया जा चुका है। वहीं दूसरे डोज की बात करें तो जिले में अब तक 67820 लोगों को कोरोना की दूसरी डोज भी लग चुकी है। बीते दिन टीकाकरण अभियान के तहत 114 टीकाकरण सत्र लगाए गए। जिनमें लगभग 17000 लोगों को टीका लगाया गया।
बूथ लेवल ऑफिसर के द्वारा घर-घर जाकर टीके के अपात्र लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। इनमें वे लोग शामिल हैं जो या तो मृत हो चुके हैं, या गंभीर बीमार हैं, या गर्भवती महिलाएं हैं या स्थाई रूप से जिला छोड़ चुके लोग हैं। जिले में लगभग 40,000 ऐसे अपात्र व्यक्ति चिन्हित किए गए हैं। इनमें से ब्यौहारी ब्लॉक में 11664, जयसिंह नगर में 11249, सोहागपुर में 3307, बुढार में 5848, गोहपारू में 7915 अपात्र चिन्हित किए गए।
प्रशासन द्वारा भी टीका अभियान को लेकर काफी सख्ती दिखाई जा रही है। जिले के अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने कोनी गांव के एक आंगनवाड़ी केंद्र का दौरा किया। वहां उन्होंने टीकाकरण में सुपरवाइजर वर्षा पांडे एवं सुधा निगम द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। इनके साथ ही जिले के कलेक्टर वंदना वैद्य, कार्यपालक अधिकारी और सचिवों सहित अन्य अधिकारी भी विभिन्न इलाकों के दौरे पर हैं और टीकाकरण अभियान में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही कर रहे हैं।
प्रशासन द्वारा टीकाकरण अभियान में खासी रुचि दिखाई जा रही है जो जिले के लिए अच्छा संकेत है। उम्मीद है बहुत जल्द शहडोल जिले की पूरी आबादी वैक्सीन ले चुकी होगी और करोना मुक्त हो चुकी होगी।