अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद का बस स्टैंड बदतर हालत को पहुंच चुका है। बस स्टैंड पर चारों ओर गंदगी और कूड़े के ढेर नजर आते हैं। पक्का फर्श न होने की वजह से बरसात में पूरे परिसर में कीचड़ हो जाती है। बस स्टैंड में न तो शौचालय की व्यवस्था है न ही मूलभूत सुविधाएं हैं।
प्रशासन की अनदेखी से शहर के बस स्टैंड की ये इमारत खंडहर में बदल चुकी है। कीचड़, गंदगी, होटल से निकला गंदा पानी, सब इकट्ठा होकर परिसर में बदबू फैलाते हैं। शौचालय की व्यवस्था न होने से भी लोगों को असुविधा हो रही है।
पुष्पराजगढ़ के बस स्टैंड से प्रतिदिन 100 से ज्यादा बसें होकर गुजरती हैं और हजारों यात्री प्रतिदिन यात्राएं करते हैं। जनपद की 119 ग्राम पंचायतों का यह इकलौता बस स्टैंड है और इसकी हालत भी बदतर हो चुकी है।
पुष्पराजगढ़ विकासखंड से पूरी तहसील के काम संचालित होते हैं। इस कारण आसपास के ग्रामीणों को पुष्पराजगढ़ आना पड़ता है और यहां आने का केवल बस ही एक प्रमुख साधन है। लेकिन बस स्टैंड की देखरेख न होने से लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
बस स्टैंड में न तो सार्वजनिक लाइट की व्यवस्था है, ना पेयजल की। साफ सफाई तो जैसे महीनों से नहीं की गई हो। पूरे बस स्टैंड परिसर में गायों और मवेशियों ने कब्जा कर रखा है। जगह-जगह गोबर और गंदगी नजर आ जाती है। बस स्टैंड के प्रतीक्षालय में भी दुकानदारों ने अतिक्रमण कर अपनी दुकानें खोल रखी हैं।
पुष्पराजगढ़ जनपद के बस स्टैंड का जब यह हाल है तो बाकी ग्रामीण इलाकों की स्थिति का साफ अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रशासन को जल्द से जल्द इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि बस स्टैंड की हालत सुधर सके और लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े।