एसईसीएल सोहागपुर एरिया की खदानों के कर्मचारी और मजदूर लंबे समय से कोयला खनन के कार्य में लगे हुए हैं। लेकिन इन कर्मचारियों को अपने मेडिकल बिल पास कराने के लिए की महीनों से परेशान होना पड़ रहा है।
इन कर्मचारियों का कहना है कि ऑफिस के अधिकारी लगातार उनकी अर्जियों को अनदेखा कर रहे हैं जिसके कारण उन्हें बार-बार ऑफिस के चक्कर लगाना पड़ता है।
न तो अधिकारियों द्वारा मेडिकल बिल पास किया जा रहा है, न ही बिल संबंधित कोई जानकारी कर्मचारियों को मिल पा रही है। सोहागपुर के दामिनी माइंस में काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि मेडिकल बिल पास कराने के लिए उसे बंगवार कार्यालय भेजा जाता है और वहां से एरिया के लिए डिस्पैच कर दिया जाता है। एरिया कार्यालय से दामिनी माइंस की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है।
वहां जाने के लिए न तो सड़कों की हालत बहुत अच्छी है और न ही वाहनों की सुविधा है। ऐसे में कर्मचारियों को निजी वाहनों से या पैदल चलकर बिल संबंधित जानकारी प्राप्त करनी पड़ती है। कर्मचारियों का कहना है कि हर बार 10 किलोमीटर पैदल चलकर ऑफिस जाना और बिल संबंधी जानकारी पता करना संभव नहीं हो पाता है।
इसी का फायदा ऑफिस के अधिकारी उठाते हैं और लंबे समय तक अर्जियों और शिकायतों पर ध्यान नहीं देते हैं। परिणाम यह होता है कि छह छह महीनों तक बिल लटका रहता है।
दामिनी माइंस एटक के श्रमिक नेता शफी मोहम्मद ने मेडिकल बिल पास कराने के संबंध में आवाज उठाई है। उन्होंने बंगवार सब एरिया व आईआर की बैठक में हिस्सा लिया और दामिनी माइंस को मेडिकल बिल की लिस्ट बनाकर भेजने के लिए कहा है।
श्रमिक नेता का कहना है कि अधिकारियों द्वारा की जा रही लेटलतीफी से कर्मचारियों और मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इस गड़बड़ी के संबंध में कई बार अधिकारी महाप्रबंधक को भी सूचित किया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। श्रमिक नेता शफी मोहम्मद का कहना है कि यदि जल्द से जल्द मेडिकल बिलों को नहीं पास किया गया तो उन्हें हड़ताल का सहारा लेना होगा।
समस्या केवल मेडिकल बिल को लेकर ही नहीं बल्कि ग्रेज्युटी फंड, फुल एंड फाइनल पेंशन व अन्य शिकायतों को लेकर भी है। एरिया कार्यालय में काम करने वाले बाबू, श्रमिकों और कर्मचारियों की शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं देते हैं और जानबूझकर इन्हें परेशान करने के लिए काम में देरी करते हैं। श्रमिकों ने महाप्रबंधक से ऑफिस क्लर्क के तबादले की भी मांग की है।
साथ ही साथ श्रमिकों का यह भी कहना है कि दामिनी माइंस में मूलभूत सुविधाओं का भी काफी अभाव है। मुख्य द्वार पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, सड़कें भी टूट गई हैं जिससे बरसात में आवाजाही में परेशानी होती है। इन सारी समस्याओं पर संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्यवाही करने की जरूरत है।