प्रशासन को फिर से शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ तहसील के खाल्हे धाबई नामक गांव की यह घटना बताई जा रही है जहां सड़क न होने की वजह से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
बीते दिन यहां से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसमें कुछ लोगों द्वारा एक मरीज को खाट पर लिटाकर अस्पताल ले जाया जा रहा है। इस गांव में आज तक सड़क नहीं पहुंच सकी है। कारण यह बताया जाता है कि यहां की भौगोलिक स्थिति के कारण सड़क बनाना मुश्किल है।
सड़क के साथ न तो यहां एंबुलेंस की सुविधा है न ही हंड्रेड डायल जैसी सेवाओं की उपलब्धता है। यही कारण है कि मरीजों को खाट पर लिटाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है।
गांव की रहने वाली चंपी बाई की तबीयत कुछ दिनों से खराब चल रही थी। परिजनों ने गांव की सरपंच उर्मिला मार्को को सूचना देते हुए एंबुलेंस बुलाने का निवेदन किया लेकिन सड़क न होने की वजह से एंबुलेंस न आ सकी।
मरीज को खाट पर लिटाकर 4 किलोमीटर तक की दूरी तय करके मुख्य मार्ग लाया गया और वहां से ऑटो में बैठाकर बेनीबारी उपस्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
हैरत की बात है कि देश की आजादी के सात दशक बाद भी कई इलाकों में आज तक सड़के नहीं बन पाई हैं। खाल्हे धाबई नामक गांव में अक्टूबर 2019 को सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था लेकिन इस पर कोई भी कार्यवाही ना हो सकी।
नवंबर 2020 को ग्राम पंचायत अमदरी द्वारा विधायक को एक पत्र लिखकर इस बारे में सूचित किया गया लेकिन अभी तक उसका भी उत्तर नहीं आया है।
वर्षों से लोग सड़क निर्माण के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन अब तक इस विषय पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। पुष्पराजगढ़ के अनुविभागीय दंडाधिकारी अभिषेक चौधरी का कहना है कि यह गांव पहाड़ के दोनों हिस्सों में बसा है जिसके कारण सड़क निर्माण में परेशानी आ रही है लेकिन जल्द ही अधिकारियों से चर्चा कर इस विषय पर कार्यवाही की जाएगी। उम्मीद है इस बात में सच्चाई हो और इस पर कार्यवाही करते हुए यहां सड़क निर्माण हो सके।