एसईसीएल सुहागपुर एरिया की खदानों में हजारों की संख्या में श्रमिक और कर्मचारी काम करते हैं और यहां की विभिन्न कॉलोनियों में रहते हैं। लेकिन इन कॉलोनियों का यह हाल है कि न तो यहां नागरिक सुविधाओं की व्यवस्था है, न ही साफ सफाई की। इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग हर रोज कई प्रकार की समस्याओं का सामना करते हैं।
सुहागपुर एरिया की बंगवार कॉलोनी, रुंगटा कॉलोनी, राजेंद्रा कॉलोनी, अर्झुला कॉलोनी, रीजनल कॉलोनी, ओवरसीयर् कॉलोनी व अन्य कॉलोनियों का हाल एक सा है।
कॉलोनियों तक जाने वाली सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं। नालियां गंदगी और कचरे से बजबजा रही है। बरसात में नालियों का पानी सड़कों और कॉलोनियों में भरने लगता है जिससे बीमारियां फैल रही हैं।
खदानों में काम करने वाले श्रमिक मेहनत करके खदानों से कोयला और लोहा निकालते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं। लेकिन इन श्रमिकों और कर्मचारियों की कॉलोनियों के रखरखाव की ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है।
कॉलोनी में रहने वाले लोगों का कहना है कि ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्य कराए जाने के बाद कचरा वहीं छोड़ दिया जाता है जिससे इलाके में गंदगी फैलती है। इस कचरे को खुद श्रमिकों को उठा कर फेंकना पड़ता है या भाड़े पर मजदूर लाकर कचरे को फिकवाना पड़ता है।
यहां तक कि कॉलोनी की इमारतें भी जर्जर हो चुकी हैं। मकानों की छतों से पानी का रिसाव होता है। वहीं बिजली फिटिंग भी ठीक तरीके से नहीं की गई है।
कॉलोनी के सेप्टिक टैंक टूट चुके हैं और उनकी मरम्मत भी नहीं की जा रही है। चेंबर के ढक्कन गायब हो चुके हैं जिसके कारण गंदगी और बदबू पूरे इलाके में फैल कर लोगों का जीना मुश्किल कर रही है।
सुहागपुर कल्याण बोर्ड और कंपनी कल्याण बोर्ड के सदस्यों द्वारा भी कॉलोनियों का निरीक्षण किया गया और रिपोर्ट में बताया गया कि कॉलोनियों का रखरखाव ठीक तरीके से नहीं हो रहा है। सिविल विभाग न तो कॉलोनियों के रखरखाव में ध्यान दे रहा है न तो टूट-फूट की मरम्मत करा रहा है।
साफ सफाई न होने से जगह-जगह घास फूस और झाड़ियां उग आई हैं और यहां जहरीले जंतुओं ने अपना घर बना लिया है। मच्छर मक्खियों से फैलने वाली बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
श्रमिक संगठनों ने एरिया के महाप्रबंधक को इस विषय में कई बार शिकायतें भेजीं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। श्रमिक संगठन ने फिर से सिविल विभाग व महाप्रबंधक से इस विषय में कार्यवाही करने की मांग की है।