अनूपपुर के विभिन्न क्षेत्रों में आ रही अवैध खनन की शिकायतों के बाद पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने कार्यवाही करते हुए अवैध रेत खनन के स्थान चिन्हित किए हैं और कार्यवाही का निर्देश दिया है। इस कड़ी में 28 सितंबर को खबरियों से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने भेड़वानाला के किनारे किए जा रहे रेत के अवैध खनन पर रेड मारी और मौके से जेसीबी मशीन सहित मिनी ट्रक व अन्य सामान जप्त कर लिया।
अवैध खनन में लगे लोगों के खिलाफ भी भारतीय दंड विधान के अनुसार मामला दर्ज कर लिया गया है। अवैध रेत खनन करने के जुर्म में आरोपी रामप्रसाद चंद्रा के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा कोतमा पुलिस ने भी कई आरोपियों के खिलाफ मध्यप्रदेश खनिज अधिकरण व मध्य प्रदेश अवैध खनन परिवहन अधिनियम भंडारण की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण की गाइडलाइन के तहत एक अक्टूबर तक नदियों के किनारे रेत खनन प्रतिबंधित किया गया था। इसके बावजूद भी माफिया बेखौफ होकर खनन कार्य में लगे हुए थे। आदेश मिलते ही नगर निरीक्षक अमर वर्मा ने टीम गठित की और घेराबंदी करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया। कोतवाली नगर अधीक्षक अमर वर्मा ने बताया कि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और मौके से जप्त वाहनों को अधिकार में लेकर नीलामी किए जाने का प्रस्ताव भी भेजा है।
गौरतलब है कि इस तरह के अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करना खनन विभाग का काम है लेकिन जिला खनिज प्रशासन के अधिकारी सिर्फ कागजी कार्यवाही पूरी करने में जुटे हुए हैं। दिखावे के लिए एक दो छोटे-मोटे खनन अपराधियों को पकड़ कर मामले को टाल दिया जाता है और बड़े खनन माफिया बेखौफ होकर खनन करते रहते हैं।
कई बार शिकायतों के बाद भी जब खनन विभाग ने कोई एक्शन नहीं लिया तब मजबूरन जिले के पुलिस अधीक्षक को इस विषय में कार्यवाही करनी पड़ी और तुरंत उन्होंने एक टीम गठित कर विभिन्न इलाकों में छापेमारी की। शासकीय विभाग अक्सर अपनी जिम्मेदारियों से बचते हुए खानापूर्ति करते हैं और अपराध का सिलसिला चलता रहता है। जरूरत है कि प्रशासन और विभाग अपनी जिम्मेदारियों को समझें और अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करें।