30 सितंबर को जिले के रेत खदानों का ठेका लेने वाले केजी डेवलपर्स पर धोखाधड़ी की खबर निकल कर के आई है, और अब 1 अक्टूबर से रेत खदानों में उत्खनन का काम शुरू होना है।
निविदा की शर्तों के उलंघन की शिकायत दर्ज कराते हुए जैतहरी निवासी संतोष सिंह ने पुलिस अधीक्षक और जिला खनिज अधिकारी को बताया की केजी डेवलपर्स द्वारा जिले को 22 रेत खदानों के संचालन का अनुबंध (पेटी कॉन्ट्रैक्ट) उन्होंने 16 जुलाई 2020 को किया था। केजी डेवोपर्स के संचालक आशीष खरया ने उन्हें बुलाया और 100 रुपए के स्टांप पेपर में रेत खदन के संचालन के लिए अनुबंध किया था।
अब एवज में 3 करोड़ 17 लाख 97 हजार रुपए किश्त के रूप में भी भरे गए। एक वर्ष का लंबा समय बीत जाने के बाद ये खबर आती है की कि उत्खनन का कार्य किसी और को सौंप दिया है, और उनका पैसा भी अभी लौटाया नही गया है।
शिकायत में आगे संतोष ने यह भी कहा की पहले वह निविद की शर्तों से मुहैया नही हुए थे, जिसके बाद उन्होंने खनिज कार्यालय से यह जानकारी मांगी। जानकारी के तेहत ठेकेदार दूसरे व्यक्ति के साथ रेत उत्खनन का अनुबंध नही कर सकता। खनिज विभाग इस ओर शिकायत दर्ज कराने की सोच रहे हैं। और विश्षज्ञों का कहना है की इस तरह के मामले में ठेला निरस्त करने की कारवाई की जा सकती है।
किसी और को काम देने के बाद जब संतोष सिंह के साथ और भी कई अन्य लोगों ने उनके पैसे लौटाने को मांग की तो केजी डेवलपर्स ने उनके खिलाफ रेत उत्खनन का झूठा मामला दर्ज करा दिया।
इस मामले में जिला खनिज अधिकारी सुश्री आशा का कहना है की शिक़ायत दर्ज करवाने के बाद नियमों के साथ कारवाई के लिए आगे पत्र लिखा जाएगा। और पुलिस प्रशासन को शिकयत प्राप्त हो चुकी है जिनके द्वारा जांच के बाद ही कोई कारवाई होना निश्चित है।