सिंहपुर के बेम्हौरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग की नाकामी जाहिर हो गई है। कुछ दिनों पहले ही यहां खाट पर लेटा कर एक मरीज को अस्पताल पहुंचाने की घटना सामने आई थी। फिर डॉक्टर के तबादले से भी यहां के लोग परेशान थे। अब सामने आई इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्था को फिर शर्मसार कर दिया है।
बेम्हौरी के रहने वाले अमरपाल को किसी जहरीले जीव ने काट लिया था जिसके चलते उसे बेम्हौरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। लेकिन वहां पर डॉक्टर के उपस्थित ना होने की वजह से उसका इलाज नहीं हो सका और व्यक्ति की मौत हो गई।
मृतक के परिजन ने बताया कि जहरीले जीव के काटने के बाद अमरपाल की तबीयत बिगड़ने लगी और उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया लेकिन वहां पर केवल नर्स ही मौजूद थी और डॉक्टर साहब गायब थे। लोगों ने बताया कि यहां बीते 4 साल से डॉ रंजीत सिंह पदस्थ है लेकिन आज तक किसी गांव वासी ने उन्हें देखा तक नहीं है।
डॉक्टर साहब शहडोल में रहते हैं और किसी दूसरे स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवाएं देते हैं। अमरपाल के परिजनों ने आनन-फानन में उसे शहडोल के अस्पताल लाने के बाद सोची और शहडोल के अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
बेम्हौरी गांव के सरपंच ने बताया है कि डॉ रंजीत सिंह यहां 4 साल से नियुक्त हैं लेकिन आज तक वह अस्पताल में नहीं देखे गए हैं। यहां संविदा के रूप में अपनी सेवा देने वाले डॉक्टर आशिक का भी बीते दिनों तबादला कर दिया गया था।
वर्तमान में अस्पताल की हालत यह है कि यहां एक भी डॉक्टर कार्यरत नहीं है। ग्रामीणों द्वारा कई बार बीएमओ, जिला कलेक्टर व अन्य अधिकारियों से गांव में डॉक्टर की नियुक्ति की बात की गई लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।
बेम्हौरी ग्राम पंचायत से लगातार इस तरह की खबरें सामने आ रही हैं जिससे पता चलता है कि यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था किस तरह चरमरा चुकी है। कोई मरीज खाट पर लिटा कर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है तो कोई डॉक्टर के ना होने से अपनी जान गंवा रहा है। बीते दिनों एनीमिया का एक मरीज अस्पताल पहुंचा लेकिन वहां पर कोई डॉक्टर नहीं था। मरीज द्वारा सीएमएचओ डॉ सागर को फोन किया गया तो उन्होंने कहा कि शहडोल आकर अपना इलाज करा लीजिए।
इतना ही नहीं बल्कि बेमोरी में पदस्थ डॉक्टर रंजीत सिंह से भी जब उनके अनुपस्थित रहने का कारण पूछा गया उन्होंने कहा कि वे उस दिन मझगवां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी ड्यूटी दे रहे थे और टीकाकरण अभियान में लगे हुए थे।
इस कारण अस्पताल नहीं जा सके। बेम्हौरी के लोग लंबे समय से अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रशासन हर बार उनकी बात टाल दे रहा है और लोग इलाज न होने और डॉक्टरों की अनुपस्थिति से मरते जा रहे हैं। प्रशासन को जल्द से जल्द इस विषय पर कार्यवाही की जरूरत है।