अस्पतालों की हालत हो रही दिन प्रतिदिन बद से बत्तर, साफ सफाई के नाम पर यहां फूका तो जा रहे करोड़ों लेकिन आम जन इस लाभ से अब भी मुहैया नही हैं। इसकी वजह लोगों में जागरूकता की कमी व शौचालयों में रख रखाव पर ध्यान न देना बताया जा रहा है। यह रख रखाव और जागरूकता अफसरों के कार्यालयों में खूब दिखाई पड़ती है।
आम जनता के वार्ड में साफ सफ़ई कर्मचारी केवल दो बार विजिट करने पहुंचते हैं जिस कारणवश लागातार उपयोग होने से इन शौचालयों से दुर्गंध आती है और लोग इसके चलते बाहर जाना पसंद करते हैं।
इस समय जिला अस्पताल दो सो बिस्तर युक्त क्षमता साथ संचालित हो रहा है। और फ्लू जैसी बीमारियों के लिए भी लोग यहीं रहते हैं और उनके साथ दो लोग आवश्यक मौजूद होते हैं। जिस करणवाश सामान्य वार्ड में समय से पहले चोक होजता है। और दोबारा मरीजों के बुलाने पर कोई नही पहुंचते है। और बात सिर्फ इतनी ही नही है बल्कि कुछ खास जगह पर स्टाफ द्वारा ताला लगा दिया जाता है।
उम्मीद यही होगी की मरीजों की यह समस्या का निराकरण जल्द से जल्द हो।