6 महीनों बाद सितंबर माह में जनसुनवाई कार्यक्रम को फिर से शुरू किया गया था और हर मंगलवार को 11बजे से 1 बजे के बीच जन सुनवाई के तहत लोगों की समस्याएं सुनने का फैसला प्रशासन की ओर से किया गया था। बीते मंगलवार को भी शहडोल संभाग के संभाग आयुक्त राजीव शर्मा ने दूरदराज से आए हुए लोगों की समस्याएं सुनी और उनके निराकरण के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
इस कार्यक्रम में संभाग के विभिन्न इलाकों से लोग तरह तरह की समस्याएं लेकर कमिश्नर के सामने हाजिर हुए और अपनी समस्याएं सुनाईं। शहडोल जिले के सामतपुर गांव के रहने वाले रामसुफल सिंह ने सातवें वेतनमान के बकाया एरियर्स राशि के संबंध में शिकायत सुनाई।
राम सुफल सिंह 2017 को सेवानिवृत्त हुए थे और तब से लेकर आज तक 4 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन उन्हें उनकी एरियर्स राशि उपलब्ध नहीं हो पाई है। इस संबंध में कमिश्नर ने संबंधित विभाग को 15 दिन के अंदर राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया है।
पुष्पराजगढ़ के अमदाढी गांव के रहने वाले वीर सिंह मार्को ने बताया कि उसकी स्वामित्व की भूमि पर लगाए गए आम और यूकेलिपटिस के पेड़ पटवारी की मिलीभगत से गांव के दबंगों द्वारा कटवा लिए जाते हैं। इस संबंध में भी संभागायुक्त ने पुष्पराजगढ़ के तहसीलदार को कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
शहडोल जिले की बुढार तहसील के खैरहा गांव के रहने वाले मोहम्मद मकबूल सिंह भी अपनी शिकायत लेकर कमिश्नर ऑफिस पहुंचे। उनकी शिकायत थी कि उन्हें अपने पिता के नाम का पट्टा अपने नाम कराना था। जिसके लिए ऑफिस के बाबू व कर्मचारियों ने उनसे पचास हज़ार रुपए की मांग की। अधिकारी ने उससे पचास हजार भी वसूल कर लिया और पट्टा बनाकर भी नहीं दिया। मोहम्मद मकबूल की शिकायत पर कमिश्नर ने त्वरित कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं और 5 दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन सौंपने के लिए कहा है।
जनसुनवाई के इस कार्यक्रम में संभागायुक्त सहित संयुक्त आयुक्त विकासमगन सिंह, उपायुक्त राजस्व बीके पांडे, उपायुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग, अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग व अन्य अधिकारीगण भी शामिल थे।