शहडोल संभाग के हर जिले के लगभग 5 से 10 परिवारों में अतिकुपोषित बच्चें है। अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कमिश्नर राजीव शर्मा ने संयुक्त संचालक महिला और बाल विकास विभाग को एक सूची उपलब्ध कराने का आदेश दिया है और कहा है वह खुद इन परिवारों के घर जाकर इन कुपोषित बच्चों के हाल चाल और स्थिति का जायजा लेंगे ताकी इन अतिकुपोषित बच्चों की स्थिति देखकर उसके बेहतर बनाने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जा सके।
इसके लिए बाल विकास द्वारा छोटे बच्चों के लिए स्थानीय रूप से पोषण-समृद्ध और कम कीमत के खाद्य पदार्थों को उपलब्ध कराया जायगा। चूंकि कुपोषण की शिकार महिलाओं द्वारा कुपोषण से ग्रस्त बच्चों को जन्म देने की अधिक संभावना होती है तो संचालक महिला विभाग द्वारा किशोरी लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पूरक पोषण योजनाओं के प्रति जिले वासियों को जागरूक किया जायगा।
इसके अलावा इस बैठक में कमिश्नर राजीव शर्मा ने जिले की खस्ताहाल सड़कों की प्रशासन विभाग के अधिकारियों द्वारा तेज़ी से मरम्मत कराये जाने के विषय में भी कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत की प्रोग्रेस की सारी जानकारी लगातार प्रस्तुत की जानी चाहिए ताकि अगर यह काम कभी भी रोका जाये या किसी भी तरह की कोई ढील की जाये तो इस बात की जानकारी तुरंत ही प्रशासन को मिले और इस पर तुरंत सख्त कार्यवाही की जा सके।
साथ ही उन्होंने अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रों की लगातार सफाई और बिजली-पानी की व्यवस्था की समय-समय पर जांच कर रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए। ताकि त्योहारों के सीजन में जिले के सभी क्षेत्र स्वच्छ रहे। इसके लिए लोगों के सहयोग की भी ज़रूरत होगी और उनको जागरूक करने की भी आवश्यकता होगी।
उम्मीद है कमिश्नर के इन सख्त निर्देश से अब जिले के बाल विकास व प्रशासन विभाग द्वारा यह सभी महत्वपूर्ण कार्यों में किसी भी तरह की ढील या आलसपंती देखने को नहीं मिलेगी।