अनूपपुर के इंदिरा गांधी जनजाति राष्ट्रीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में राज्यपाल ने सिकलसेल की बीमारी से बचाव के लिए आयोजित एक परिचर्चा को संबोधित किया। 7 अक्टूबर को आयोजित इस परिचर्चा में जिला कलेक्टर, स्वास्थ्य विभाग अधिकारी, विश्वविद्यालय के कुलपति सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
चर्चा का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल ने सिकल सेल की बीमारी के बचाव संबंधी उपायों पर चर्चा की और उनके निराकरण के लिए जागरूकता अभियान पर जोर दिया। राजपाल ने कहा कि विकास के साथ-साथ अच्छा स्वास्थ्य भी बहुत आवश्यक है।
जनजाति क्षेत्रों में तेजी से फैलती इस सिकलसेल बीमारी को लेकर यह चर्चा आयोजित की गई थी जिसमें विभिन्न गणमान्य अतिथियों ने अपने-अपने मत रखें। इसके साथ ही इस चर्चा में अनूपपुर जिला कलेक्टर सोनिया मीणा द्वारा जिले में चलाए जा रहे कोरोना के टीकाकरण अभियान की भी जानकारी राज्यपाल को दी गई। सीएमएचओ डॉक्टर एस सी राय ने भी अनूपपुर जिले में सिकलसेल बीमारी का सर्वे एवं अन्य स्वास्थ्य रिकॉर्ड की रिपोर्ट राजपाल के सामने प्रस्तुत की। कलेक्टर सोनिया मीणा ने बताया कि जिलों में 4 लाख 90 हज़ार से भी अधिक व्यक्तियों को करोना टीका की पहली डोज लग चुकी है।
स्वास्थ्य आधारित इस परिचर्चा के बाद राज्यपाल ने आदिवासी और जनजातीय लोगों के विकास की भी बात की है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश की 21% आबादी आदिवासी है और उनके सशक्तिकरण और विकास के लिए सरकार कटिबद्ध है। सरकार द्वारा लगातार आदिवासियों और जनजातियों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं लाई जा रही हैं ताकि उनका जीवन स्तर सुधारा जा सके। इस परिचर्चा में संभाग आयुक्त राजीव शर्मा, एडीजीपी दिनेश चंद्र सागर, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल सहित अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे।