विवादों में घिरे शहडोल जिले के देवांता अस्पताल में एक महिला के मौत की खबर सामने आयी थी, साथ ही इ अस्पताल प्रशासन पर मृतक को वेंटिलेटर पर रख परिजनों से पैसे वसूलने का मामला भी सामने आया था। जिस पर जांच टीम के अधिकारियों ने कार्यवाही की और इस अस्पताल में कई खामियां भी पाई थी।साथ ही पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन व दोषी डॉक्टर के खिलाफ मामला भी दर्ज़ किया था।
अब इन खामियों में देवांता अस्पताल से बड़ी मात्रा में बैंक डाक्यूमेंट्स और लिफ़ाफा बंद एटीएम का मामला भी जुड़ गया है। इस मामले पर प्रशासन ने एलडीएम और बैंक मैनेजमेंट को पत्र लिखकर अब तक की सभी ट्रांसेक्शन और खातों की जानकारी मांगी है।
इस जानकारी में प्रशासन ने बैंक मैनेजमेंट से बहुत सी जानकारी की मांग की है।जैसे कि अस्पताल को फ्रेन्चाइजी कब दी गई? फ्रेंचाईज़ी के दिन से लेकर अब तक कितने अकाउंट खोले गए? कितने खातों में कितने रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ? बिना किसी पते और नाम के बंद लिफाफे किस-किस को वितरित किए गए आदि।
इस मामले पर कलेक्टर वंदना वैद्य व जांच अधिकारी अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने सख्ती दिखाते हुए तीन दिन के अंदर बैंक से पूरी जानकारी मांगी है। और यदि बैंक मैनेजमेंट में किसी की कोई भी गड़बड़ी नज़र आती है ,तो प्रशासन द्वारा बैंक पर भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। वही दूसरी ओर,अभी तक देवांता अस्पताल में आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस सुराग मिलने की कोई जानकारी सामने नहीं आयी है।