उमरिया जिले के घुनघुटी रेंज में रेलवे ट्रैक के किनारे भालू का एक शव पाया गया है। भालू के सिर और पेट पर चोट के निशान मिले हैं और इसकी आयु 8 वर्ष बताई जा रही है। खबर मिलते ही वन विभाग की टीम द्वारा घटनास्थल का जायजा लिया गया और पृथम दृष्टि में भालू के रेलगाड़ी की चपेट में आने की आशंका बताई जा रही है।
सोमवार को सूचना मिलते ही क्षेत्र के रेंजर हरीश तिवारी अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और भालू के शव का पंचनामा कराया गया। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों द्वारा आसपास के इलाके की सघन जांच की गई लेकिन किसी भी प्रकार के शिकार का कोई निशान नहीं मिला है। जायजा लेने के बाद पशु चिकित्सकों की मदद से भालू के शव का परीक्षण कराया गया और वन्यजीव अधिनियम के तहत शवादान कर दिया गया।
क्षेत्र के रेंजर हरीश तिवारी ने बताया है कि घुनघुटी वन परीक्षेत्र के अमिलिहा बीट के पास यह मृतक भालू पाया गया है। रेल पोल कमांड 922/36 पर यह हादसा हुआ था। रेंजर तिवारी का कहना है कि शिकार के सबूत न मिलने से भालू के ट्रेन से टकराने के कारण मौत की आशंका है। वन्यजीवों के रेल ट्रैक के पास मृतक पाए जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी यहां तेंदुआ व अन्य वन्य जीव मारे जा चुके हैं।
पर्यावरण और वन्यजीव प्रेमियों द्वारा लगातार रेलवे ट्रैक की किराने फेंसिंग या बाउंड्री लाइन बनाने का आग्रह किया जाता रहा है लेकिन प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। नतीजतन वन्यजीवी लगातार अपनी जान गवा रहे हैं।