अक्सर देखा जाता है कि अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों में तरह तरह के भ्रष्टाचार किए जाते हैं। इसी तरह का एक मामला अनूपपुर के जैतहरी जनपद पंचायत के ग्राम देवहरा में भी सामने आया है। देवहरा के ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर ऑफिस में एक शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमें यह कहा गया है कि पंचायत द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बहुत ही खराब है।
ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई सड़कें और नाली की गुणवत्ता इतनी खराब है कि 4 महीनों में ही इनमें टूट-फूट नजर आने लगी है। सड़कों की बात करें तो सड़कें जगह-जगह से टूट गई हैं गिट्टियां निकल आई हैं और गड्ढे हो गए हैं। वहीं नालियों में भी टूट-फूट की खबरें सामने आई है।
साफ सफाई ना होने से नालियों का पानी सड़कों पर आ जाता है और गंदगी फैलाता है। इसी के साथ लोगों को आवागमन में भी भारी दिक्कतें हो रही हैं। ग्राम वासियों का कहना है कि इस संबंध में कई बार अधिकारियों से शिकायतें की गईं है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हो सकी।
गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का यह सिलसिला प्रधानमंत्री आवास योजना के निर्माण कार्य में भी देखने को मिल रहा है। जानकारी है कि अधिकारियों द्वारा पात्र व्यक्तियों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है जबकि रिश्वतखोरी के जरिए अपात्र व्यक्तियों के आवास योजना के आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं और उन्हें लाभ पहुंचाया जा रहा है। ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव और यंत्री द्वारा अपनी जान पहचान के लोगों और रिश्तेदारों को लाभान्वित किया जा रहा है और नकली फॉर्म बनाकर सरकारी योजनाओं का पैसा गबन किया जा रहा है।
ग्राम वासियों का कहना है कि यदि इस पूरे भ्रष्टाचार की जांच की जाए तो कई चेहरे सामने आ सकते हैं। कलेक्टर ऑफिस को सौंपी गई इस शिकायत पत्र में कई प्रकार की समस्याओं का उल्लेख है।
ग्राम वासियों की तरफ से अजय तिवारी, अतुल तिवारी, नितिन श्रीवास्तव सहित कई युवाओं ने शिकायत पत्र कलेक्टर ऑफिस को सौंपा। लोगों की मांग है कि ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए सभी निर्माण कार्यों की निष्पक्ष जांच कराई जाए और भ्रष्टाचार के इस खेल से पर्दा उठाया जाए। कलेक्टर ऑफिस की तरफ से भी ग्रामीणों को कार्यवाही का भरोसा दिलाया गया है।