शहडोल में बीते कुछ महीनों से अध्यक्ष, उपयंत्री और बसंत सिंह की ठेकेदारी सबकी चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल बीते कुछ महीनों से उपयंत्री देव कुमार गुप्ता द्वारा वार्ड नंबर 14 में एक नाली के निर्माण का कार्य डस्ट युक्त रोड़ी से किया जा रहा था, जिस पर उस समय भी नाली के निर्माण के काम में कथित भ्रष्टाचार की शिकायत हुई थी, किंतु अभी तक इस पर कार्यवाही होती नज़र नहीं आई है।
बसंत सिंह ठेकेदार द्वारा पहले भी नर्मदा गैस एजेंसी के सामने वाली नाली के निर्माण के काम में भी भ्रष्टाचार की खबर सामने आयी थी।
अब फिर से नगरपालिका क्षेत्र के अंदर डीआईजी बंगले के पास में मुख्य रास्ते के किनारे नाली के निर्माण का काम बसंत सिंह ठेकेदार को सौंपा गया है। जिस पर बसंत ठेकेदार द्वारा लाखों की लागत से यह काम शुरू किया गया, लेकिन ऐसा पता चला है कि इस निर्माण कार्य में उच्चता स्तर के हर स्टैंडर्ड को नज़रअंदाज़ किया गया है। इस बात की खबर उपयंत्री को भी है, जिस पर सवाल किये जाने पर उन्होंने ठेकेदार की इस लापरवाही पर एक नोटिस जारी किये जाने की बात कही थी। जिसके बाद से अब तक इस नाली का निर्माण कार्य ठीक से दोबारा नहीं करवाया गया।
नाली के इस निर्माण के काम की जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से कराई जानी चाहिए ताकि नगरपालिका के इंजीनियर द्वारा किया गया गलत मूल्यांकन और ठेकेदार बसंत सिंह द्वारा सड़क और नाली के निर्माण कार्य में किया गया भ्रष्टाचार के इस खेल का पर्दाफाश हो सके। वरना स्थानीय लोगों को ख़राब नाली के कारण सड़को पर जगह-जगह गंदे पानी भरने से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।