15 दिन से अधिक का समय बीत गया है लेकिन हाथियों का आतंक अब भी खत्म होता नज़र नही आ रहा है। इनके द्वारा अब 1 सैकड़ा से ऊपर किसानों की फसल और घरों को नुकसान पहुंचाया गया है। इसी के चलते 13 अक्टूबर को मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट में खाध एवं आपूर्ति मंत्री गांव के पीड़ितों से उनकी समस्या का हाल पूछने पहुंचे।
हाथियों का दल 12 अक्टूबर को फिर आरएफ 486 के पतेरा टोला गांव में सक्रीय होता हुआ दिखा। वहां पहुंचते ही दरीटोला गांव के ग्रामीण जनसरिया पाव की झोपड़ी को तोड़ते हुए 8 से 10 किसानों की खेतों में लगे धान की फसलों को नष्ट कर दिया। 12 अक्टूबर को पूरी रात यहां उत्पात मचाने के बाद 40 हाथियों का यह दल 13 अक्टूबर को सबेरे 8 बजे मलगा बीट के चमरनांद बघमरिया के जंगल में विश्राम करने के लिए पहुंचे।
खाद मंत्री ने प्रशासन से ग्रामीणजनों की समस्याओं का निराकरण कराने के संबंध में बात चीत की। और कहा की जंगली हाथियों द्वारा जिस भी क्षेत्र में नुकसान पहुंचाया गया है उनका मुआवजा उन्हे जल्द प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने अधिक कहा की मुख्यमंत्री द्वारा मुझे निर्देश दिए गए हैं की संबंधित क्षेत्रों के प्रभावित लोगों से चर्चा करें और नुकसान का पता सर्वे के जरिए लगाया जाए जिसके चलते भुगतान संबंधितों के खाते में शीघ्र ही सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा की हाथियों के मूवमेंट पर वन क्षेत्र द्वारा नजर रखी जा रही है।