आवास का सपना अब भी लोगों के लिए एक सपना बनके रह गया है, फिर चाहे वो प्रधान मंत्री आवास योजना हो या मुख्यमंत्री योजना कोई भी सफल होती हुई नज़र नही पड़ती है। ऐसी ही एक योजना जिसका नाम अटल आश्रम योजना है जिसका हाल भी बत से बत्तर है और जिले में बुरी तरह से फेल हो गई है। अभी तक भी आवास का पंजीयन नही हो पाया है। जिस कारण नए सिरे से निर्माणधीन कार्य अब तक भी लटका हुआ है।
हाल ये है की कॉलोनी में आवासीय उपयोग न होने के कारण अव्यवस्था हर तरफ छा रही है। अटल आश्रय योजना का आरंभ मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल द्वारा किया गया था। जिसके बाद बोर्ड को जमीन भी आवंटित की गई और साथ ही 151 छोटे और 33 बड़े आकार के आवास निर्माण का लक्ष्य तय किया गया। यदि बात बड़े की करें तो ये अभी तक 25 बनकर तयार हुए हैं जिसमे से केवल 22 का पंजीयन हुआ। 6 साल का लंबा समय बीतने पर भी कॉलोनी में रहना तो काफी दूर की बात है अभी तक लोगों की बुकिंग तक नही हुई है।
इसी अटल योजना के तहत 2016 में 150 हितग्राहियों को किफायती मूल्यों पर वृहद आवासीय भवन उपलब्ध कराने का लेकर जो विज्ञापन जारी किया गया था उसमे पंजीयन अप्रैल 2016 तक किया गया था और यह वादा किया गया था की सभी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाएगा, तब भी अब तक इसको लेकर कोई चर्चा हो नही हुई है। 2.50 लाख की सब्सिडी भी लोगों की मिलनी थी वह भी अभी नही प्राप्त हुई है।
लोगों की शिकायत यह भी है की बैंकों द्वारा हर समय हस्ताक्षर लिए जाते हैं क्योंकि हर बार वह हस्ताक्षर गुम हो जाते हैं। लोगों में अब काफी कन्फ्यूजन उत्पन होने लग हुए हैं जिसमे से एक है की क्या उन्हे आवास मिलेगा भी या नही।