इंदिरा गांधी जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में पीएचडी की एक छात्रा ने अपने ही प्रोफेसर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। छात्रा का कहना है कि प्रोफेसर द्वारा शादी का झांसा देकर जबरन उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया गया। इसकी शिकायत छात्रा द्वारा 11 बिंदुओं में महिला थाना शहडोल में दर्ज कराई गई है।
छात्रा ने शिकायत में बताया कि मार्च 2020 में जब करोना क लाकडाउन चल रहा था, तब उसके ही कॉलेज के प्रोफेसर राकेश सिंह छात्रा के रूम में आए और सामान्य बातचीत करते हुए छात्रा की इच्छा के विरुद्ध दुष्कर्म किया। जब छात्रा द्वारा विरोध किया गया तो प्रोफेसर ने छात्रा को पत्नी बनाकर रखने की बात कह दी।
छात्रा ने बताया कि वह शादीशुदा है और जब प्रोफेसर राकेश सिंह द्वारा जबरन शारीरिक संबंध बनाए जाने की बात उसने अपने पति को बताई तो पति ने झगड़ा कर अनूपपुर अदालत में छात्रा को तलाक दे दिया। इसके बाद प्रोफेसर राकेश सिंह और ज्यादा छात्रा के रूम में आने लगे और शादी करने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने लगे।
छात्रा ने यह भी बताया कि 25 सितंबर को प्रोफेसर राकेश सिंह जबरन उसे शहडोल से अमरकंटक ले गए और अमरकंटक की एक होटल में भी शारीरिक संबंध बनाया और इसके बाद वे उसे एक रूम में ले गए जहां कॉलेज के अन्य प्रोफेसर भी मौजूद थे और उन सभी के सामने प्रोफेसर राकेश ने छात्रा को पत्नी का दर्जा दिए जाने की बात कही।
आगे छात्रा ने बताया कि जब उसने प्रोफेसर से शादी की बात की तब उनके द्वारा इनकार कर दिया गया और धमकी दी जाने लगी। छात्रा ने प्रोफेसर के छह अलग-अलग नंबर भी शिकायत में लिखवाए हैं जिनके द्वारा प्रोफेसर उसे फोन और व्हाट्सएप किया करते थे।
पीड़ित छात्रा का कहना है कि प्रोफेसर द्वारा उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी गई है। यहां तक की उसके पति ने भी उसे तलाक दे दिया है। अब पीड़िता की मांग है कि जल्द से जल्द इस शिकायत पर कार्यवाही की जाए और पीड़िता को न्याय दिलाया जाए। जानकारी मिली है कि पुलिस स्टेशन में पिछले 1 हफ्ते से शिकायत पड़ी हुई है लेकिन इस मामले में पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। पुलिस को जल्द से जल्द मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।