प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में दुर्गा नवमीं के दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना सम्बंधित एक कार्यक्रम में शिरकत की । इस आयोजन में हरियाणा की आनंदमूर्ति गुरु मां विशेष रूप से शामिल हुई। इस आयोजन में मुख्यमंत्री ने कॉलेज में पढ़ने वाली 21 हज़ार से ज़्यादा बालिकाओं को 25 हज़ार रूपए की स्कॉलरशिप देने का एलान किया। इसके बाद उन्होंने इन सभी बालिकाओं के बैंक खाते में 6 करोड़ रूपए की राशि भी ट्रांसफर की। इस कार्यक्रम में प्रदेश की लगभग 40 लाख बेटियां और परिजन वर्चुअली जुड़े।
लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभ-
इस योजना का लाभ सरकारी के साथ निजी कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं को भी मिलेगा। साथ ही एमबीबीएस, बीई, आईआईएम और आईआईटी जैसे कोर्स करने वाली लड़कियों की पूरी फीस का खर्चा अब सरकार उठाएगी। इसके अलावा इस योजना में करियर काउंसिलिंग, ट्रेनिंग, कोचिंग, जन्म के समय प्रमाण पत्र, पोषण और टीकाकरण का प्रबंधन भी किया जाएगा और बेटियों के अधिक संख्या वाले ग्राम पंचायतों को बेटी फ्रेंडली गांव घोषित किया जाएगा। प्राइवेट जॉब, प्रोफेशनल के अलावा उद्योग स्थापित करने वाली छात्राओं के लिए ट्रेनिंग से लेकर लोन तक की जिम्मेदारी सरकारी उठाएगी। और साल में एक दिन लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का भी आयोजन किया जायगा जिसमें प्रत्येक आंगनबाड़ी एवं पंचायत भवनों में वर्चुअल माध्यम से बालिकाओं को जोड़ा जायगा।
सूत्रों के अनुसार अब तक इस योजना में लगभग 9 हज़ार करोड़ रूपए खर्च किये जा चुके है और 40 लाख से अधिक बालिकाओं का पंजीयन किया जा चुका है। साथ ही मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 के आयोजन की घोषणा भी की है, जिसमें उन्होंने जनता से इस योजना को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी मांगे है। उन्होंने कहा कि बेटियों को सिर्फ पूजना ही नहीं बल्कि उन्हें बचाना और सशक्त बनाना भी हमारी ही ज़िम्मेदारी है।
वाकई, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के इन प्रयासों की जितनी तारीफ़ की जाये, उतनी ही कम है। सरकार द्वारा शुरू की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों को पढ़ाई के खर्चों की चिंता किये बिना ज़िन्दगी में बड़ा और सशक्त बनने की प्रेरणा मिलेगी।