इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक के प्रोफेसर द्वारा छात्रा के साथ बलात्कार करने का मामला पुलिस थाने में दर्ज किया गया था, जिस पर अब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक्शन की खबर सामने आई है।
इस मामले पर अनूपपुर निवासी छात्रा ने सबसे पहले 5 अक्टूबर को शहडोल महिला थाने में 11 बिन्दुओं में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसमे उसने प्रोफेसर पर आरोप लगाया था कि प्रोफेसर ने उसके साथ बलात्कार करने के बाद खुदको उसकी पत्नी बनाने का दिलासा दिए जाने की बात कही थी। उसने प्रोफेसर को ये भी बताया था कि वह शादीशुदा है, जिसके बावजूद प्रोफेसर ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाये। घटना की सूचना छात्रा के पति से सांझा करने पर उसके पति ने विवाद कर उसे तलाक दे दिया था।
इस सबके बाद भी प्रोफेसर ने छात्रा से शादी नहीं की और उसे गुमराह करते रहे। फिर बाद में पता चला कि प्रोफेसर पहले से ही शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है।
इस विवाद को लेकर विश्वविद्यालय की हर जगह काफी बदनामी हुई है और विश्वविद्यालय प्रबंधन पर भी बहुत सवाल खड़े हो गए है। जिस पर आखिरकार एक बड़ा एक्शन लिया गया।
छात्रा के इन सभी आरोपों के बाद विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने PHD छात्रा की शिकायत के बाद प्रो. राकेश सिंह को समस्त प्रशासनिक पदों और दायित्वों से निलंबित कर दिया है।
अभी इस मामले पर पुलिस प्रशासन भी कार्यवाही कर रही है, सारे सबूतों के आधार पर ही दोषी के खिलाफ एक्शन लिया जायगा। देखने वाली बात यह होगी कि और क्या छुपी बातें सामने आती हैं।
प्रशासन को इस मामले पर निष्पक्ष जांच कर कड़ी सज़ा दी जाने की आवश्यकता है जिससे भविष्य में ऐसे और मामले सामने न आये ताकि कोई भी किसी महिला के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार या दुष्कर्म करने की हिम्मत न कर सके।
देश में महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार या दुष्कर्म को रोकने के लिए कई कानून बनाये तो जाते है किंतु बहुत कम ही केसों में इन पर कड़ा एक्शन देखा जाता है। उम्मीद है, विश्वविद्यालय के बाद अब पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामले पर जल्द से जल्द जांच कर सख्त एक्शन लिया जायगा और दोषी को सज़ा मिल सकेगी।