हाल ही में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परिचर्चा हुई जिसमें प्रांत संगठन मंत्री श्री दयानिधि भारतीय शिक्षण मंडल ने बताया की यह नई शिक्षा नीति भारत सरकार द्वारा 29 जुलाई को घोषित की गई थी जिसका उद्देश्य सभी छात्रों को उच्च शिक्षण प्राप्त कराना है।
उन्होंने आगे कहा कि यह शिक्षा नीति इस प्रकार बुनी गई है की वैश्विक आधुनिकता के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान एवं शिक्षा से विद्यार्थियों को जोड़े रखे। इसी के साथ साथ मातृभाषा स्थानीय कौशल और विवेक को भी भारतीय शिक्षा व्यवस्था में शामिल किया गया है।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के प्रोफेसर ने कहा की शिक्षा नीति 2020 में गतिशीलता तो है ही लेकिन साथ ही साथ भारतीय शिक्षा को वैश्विक भारतीय शिक्षा के स्तर पर पहुंचाने का रचनात्मक ढंग भी है।
और ऐसी गतिशीलता प्राप्त करने के लिए शिक्षकों की ऐसी वर्कफोर्स तैयार हो पाए जो इस मिशन को आगे बढ़ा सके। जरूरतों के हिसाब से नए शिक्षकों की भी नियुक्ति हो और साथ ही साथ शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी उपलब्ध कराए जाएं।
प्राचार्य शासकीय आदर्श महाविद्यालय ने कहा की यह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत में विकास और शिक्षा को जोड़े रखने की महत्वपूर्ण पहल है इसमें युवाओं को आत्मनिर्भर व आत्मविश्वास से बनाने की शैक्षिक योजना प्रदान की गई है। और इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि भारत एक वैश्विक ज्ञानशक्ति बन सके।
यह परिचर्चा नगर के स्थानीय मधुकर भवन में संपन हुई जिसमे अनेक प्रोफेसर के साथ साथ कई पूर्व छात्र भी उपस्थित थे।