शहडोल नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने 19 अक्टूबर से सफाई कार्य बंद करने का फैसला कर लिया है और हड़ताल पर जाने का मन बना चुके हैं। जानकारी के अनुसार नगर पालिका के नियमित व दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मचारियों द्वारा काफी पहले नगर पालिका व जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर 9 सूत्री मांगे रखी गई थी और प्रशासन से इन पर कार्यवाही करने का अनुरोध किया था, लेकिन अभी तक इन मांगों पर प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
मांगों के निराकरण ना होने से गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने 14 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक काली पट्टी बांधकर इसका विरोध दर्ज कराया लेकिन इस पर भी प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। मजबूरन इन सफाई कर्मचारियों ने मंगलवार से काम बंद कर दिया है और आज 20 अक्टूबर से जय स्तंभ चौक में धरना देने जा रहे हैं।
भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले इन सभी सफाई कर्मचारियों ने जिला प्रशासन और नगर पालिका के सामने विरोध प्रदर्शन किया व ज्ञापन सौंपा है और काम बंद कर दिया है। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर की सफाई व्यवस्था पर इसका सीधा असर पड़ेगा। शहर में ना तो अब झाड़ू लगेगी और ना ही कचरा उठाया जाएगा। शहडोल शहर में कुल 39 वार्ड हैं जिनकी सफाई की जिम्मेदारी नगर पालिका के इन 194 सफाई कर्मचारियों के पास है। इन सफाई कर्मियों में से 110 नियमित और 84 दैनिक वेतन भोगी है। सफाई कर्मचारी अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर काफी समय से नगर पालिका से निवेदन कर रहे हैं लेकिन नगर पालिका द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही।
सफाई कर्मियों का मानना है कि अनुकंपा नियुक्ति, क्रमोन्नति का लाभ, विनियमितीकरण के बाद रिक्त चतुर्थ श्रेणी के पद पर नियमित किया जाना, ईपीएफ कटौती, महंगाई भत्ता, समय पर वेतन भुगतान जैसी आवश्यक 9 मांगों पर नगर पालिका को जल्द से जल्द जवाब देना चाहिए। देखना होगा सफाई कर्मियों की इस हड़ताल का क्या असर होता है?