अनूपपुर के राजेंद्रग्राम में 18 अक्टूबर को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की तरफ से गोंडवाना पुनरुत्थान संदेश यात्रा का आयोजन किया गया इस यात्रा के बाद एक विशाल आम सभा का भी आयोजन हुआ। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने इस आम सभा को संबोधित करते हुए यह कहा कि वे अपने दादा हीरा सिंह मरकाम के आदर्शों और संदेशों को लेकर चल रहे हैं।
उन्होंने गोंडवाना के उत्थान के लिए मरवाही छत्तीसगढ़ से अपनी आवाज बुलंद की थी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बनाई थी। उन्होंने एक मुट्ठी चावल से गोंडवाना का महा कल्याण आंदोलन चलाकर गोंडवाना क्षेत्र के नागरिकों को जागरूक करने और उन्हें उनके अधिकार के प्रति सजग बनाने का काम किया और लड़ाई लड़ी। अब उन्हीं के रास्ते पर चल कर हम जल, जंगल, जमीन सहित गोंडवाना की खनिज संपदा के अधिकार के लिए आवाज उठाएंगे।
आम सभा में उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निश्चित की हुई पांचवी अनुसूची के अनुरूप गोंडवाना इलाके के लोगों के जल जंगल और जमीन के अधिकारों को सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है। कानून के अनुसार खनिज संपदा की 25% रॉयल्टी जमीन मालिकों को मिलने चाहिए लेकिन अभी ऐसा नहीं हो पा रहा है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि आदिवासी समाज नौकरी और रोजगार ना मिल पाने के कारण पलायन कर रहा है और इस इलाके में भारी गरीबी व्याप्त है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन सिंह ने कहा कि उनके पूर्वजों ने इसीलिए कुर्बानिया दी थी ताकि आजादी के बाद समाज आगे बढ़ सकेगा पड़ेगा लिखेगा शिक्षित होगा और विकास करेगा लेकिन पूर्वजों की यह कुर्बानियां अभी भी फलीभूत नहीं हो पाई है। समाज अभी वहीं खड़ा हुआ है। पार्टी के प्रदेश महासचिव रामखेलावन तिवारी ने कहा कि यह यात्रा 17 अक्टूबर से प्रारंभ हुई थी और पार्टी के संस्थापक हीरा सिंह मरकाम के आदर्शों को लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को श्री मरकाम की पुण्यतिथि को गोंडवाना पुनरुत्थान के नाम से मनाया जाएगा और गोंडवाना इलाके के विकास के लिए सक्रियता से काम किया जाएगा।