हाल ही में टोल टैक्स के नाके खुलने को लेकर बुधवार को भीषण विरोध प्रदर्शन हुए और साथ ही साथ कांग्रेस ने जनता का भरोसा जीता, वही कुछ दिन पहले तक मीडिया से चर्चा करने वाले भाजपा विधायक शरद कोल जो टोल टैक्स के विरुद्ध में बोल बाजी कर रहे थे वह कहीं नजर नहीं आए. उन्होंने चर्चा में कहा था कि वह इस मामले में जनता के साथ खड़े होंगे और टोल टैक्स का विरोध करेंगे. लेकिन बुधवार को किसी भी भाजपा नेता की मौजूदगी नहीं देखी गई।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ साथ ट्रक ऑनर एसोसिएशन, बस एसोसिएशन, खनिज ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, राइस मिल एसोसिएशन ने भी इस विरोध का जमकर साथ दीया. इन बढ़ते विरोध को देखकर और लोगों की मांगो को सुन लेने के बाद प्रशासन द्वारा लोगों को यह आश्वासन दिया गया कि आगामी आदेश तक टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा।
यह विरोध तब सामने आया जब रीवा जाने वाले राजीय राजमार्ग क्रमांक 57 पर 20 अक्टूबर से मध्य प्रदेश परिवहन निगम के द्वारा स्काई लॉर्ज नाम की एक कंपनी को टोल टैक्स वसूलने का ठेका दिया गया, और ये वसूली की शुरुआत होनी ही थी की तभी युवा कांग्रेस ने यह घोषणा कर दी कि कांग्रेस , महिला कांग्रेस, सेवादल आदि शाखाओं के साथ रोहनिया टोल प्लाजा पर उनके द्वारा धरना दिया जाएगा। उसके बाद इनके द्वारा एमपीआरडीसी और शिवराज सर्कार के विरुद्ध नारेबाजी की गई। इसमे कांग्रेस के साथ साथ अनेक सामाजिक संघटनों ने हिस्सा लिया। इसी के साथ भारी मात्रा में पुलिस तैनात की गई थी, हालात काबू न होने पर एमपीआरडीसी के सक्षम अधिकारी को रीवा से रोहनिया टोला आना पड़ा।
लोगों द्वारा बार बार लगातार यह मांग जताई गई की जब तक नई सड़कों का निर्माण कार्य शुरू नहीं होता तब तक टोल टैक्स न वसूला जाए। हालात का जायज़ा लेते हुए और लोगों में उमड़ रहे आक्रोश को देखते हुए सक्षम अधिकारी ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा की वह कलेक्टर से मिलेंगे और इसके चलते कोई हल ज़रूर निकालेंगे, और आगे यह भी कहा गया की अगले निर्णय तक लोगों से टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा । आंदोलनकारियों ने इसे अपने विरोध प्रदर्शन की जीत मानते हुए यह घोषणा कर दी की आगामी निर्णय तक आंदोलन भी स्थगित रहेगा, लेकिन यदि निर्णय जनता के पक्ष में नहीं आया तो फिर से यह विरोध प्रदर्शन किये जाएंगे ।
इसी के साथ साथ ट्रक ऑनर एसोसिएशन और खनिज ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन शहडोल द्वारा शहडोल मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमे इसी का जिक्र किया गया था की बिना सड़कों की मरम्मत कराये टोल टैक्स की वसूली किस प्रकार हो रही है। पिछले 15 वर्षों की तुलना में इस वर्ष दुगने से भी अधिक टोल 620 रुपए वसूला जा रहा है।
इन प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क नहीं, तो टैक्स नहीं के नारे लगाए गए और इसीके साथ सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया गया। और शिवराज सरकार मुर्दाबाद के भी नारे लगवाए गए, इस ी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस भी भारी तादाद में मौजूद थी।