अनूपपुर में पुष्पराजगढ़ समेत कई अन्य इलाकों में शासकीय योजनाओं से मिलने वाले गेहूं और चावल जैसे खाद्यान्न का हितग्राहियों में वितरण नहीं किया जा रहा है। दरअसल अक्टूबर के महीने में जिले के हितग्राहियों के लिए शासकीय योजना से उपलब्ध होने वाली खाद्यान्न योजना के तहत गेहूं का गोदामों में भंडारण ही नहीं हुआ है।
पुष्पराजगढ़ विकासखंड की शासकीय राशन की दुकानों द्वारा इन हितग्राहियों को अक्टूबर के महीने में लगभग 20 दिनों से सिर्फ चावल ही बांटे जा रहे है। सबसे ज़्यादा अचम्भे की बात यह है कि ये हाल सिर्फ एकाध दुकानों का नहीं बल्कि विकासखंड की 40 दुकानों का है।
वैसे नियमानुसार गोदामों में हितग्राहियों के लिए बंटने वाला अनाज का भंडारण तीन महीने के लिए रखना अनिवार्य है किंतु अधिकारियों की लापरवाही के कारण ये गरीब हितग्राही गेहूं जैसे आवश्यक अनाज से कई समय से वंचित है। जब गोदामों में ही गेहूं का भंडारण नहीं होगा, तो वह शासकीय राशन दुकानों में कैसे पहुचेंगा और हितग्राहियों को कैसे बांटा जायंगा? इस कारण से विकासखंड के लगभग 50 हज़ार से ज़्यादा हितग्राही गेहूं खाद्यान्न से वंचित है।
चावल और गेहूं, दोनों ही खाद्यान्न लोगों के लिए बेहद ज़रूरी है पर अब सर्दियों का मौसम आने को है, और ज़्यादा चावल खाने से लोगों को नुकसान होने का भी डर रहता है। और इस इलाके में चावल से ज़्यादा गेहूं का उपभोग किया जाता है। अक्टूबर का महीना खत्म होने को है, लेकिन अब तक यहां के हितग्राहियों को गेहूं का वितरण नहीं किया गया है।
ऐसी जानकारी है कि जिला खाद्य विभाग के अनुसार विभाग द्वारा दुकानों के लिए खाद्यान्न के वितरण की मांग को लेकर पहले ही जिला नागरिक आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए गए थे, लेकिन विभाग द्वारा समय पर गोदामों में खाद्यानों का आवंटन नहीं उपलब्ध कराया गया है। इन सभी की लापरवाही और लेटलतीफ़ी के कारण ही इन गरीब हितग्राहियों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
और इनकी बस यहीं मांग है कि खाद्यान्न वितरण के प्रकरणों के ऊपर कार्यवाही की जाये, और जल्द से जल्द इन हितग्राहियों को आवश्यक खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए।