सरकार और प्रशासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार एक के बाद एक बदलाव किए जा रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही देश में नई शिक्षा नीति लागू की गई थी और अब शहडोल में भी युवाओं को प्रैक्टिकल और रोजगार दिलाने वाली शिक्षा की ओर जोर दिया जा रहा है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जिले के कॉलेज और महाविद्यालयों में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज शुरू किए जाने का फैसला लिया गया है।
कॉलेज में 6 माह और 1 वर्ष के सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स शुरू होंगे। जिले के 8 महाविद्यालयों में से दो शासकीय महाविद्यालय जिसमें शासकीय इंदिरा गांधी गृह विज्ञान अग्रणी महाविद्यालय और शासकीय नेहरू डिग्री कॉलेज बुढार शामिल है। युवा वर्ग और विद्यार्थियों द्वारा प्रशासन की इस पहल की सराहना की जा रही है।
प्रशासन ने भी इस संबंध में तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रदेश सरकार की स्ववित्तीय योजना के तहत आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश इंटीकेटर 16.5 के अनुसार यह सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज शुरू किए जा रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ा जाए और कम समय में शिक्षा प्राप्त कर युवा आत्मनिर्भर बन सकें।
शुरू किए जाने वाले डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज में एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी, कम्युनिकेटिव इंग्लिश, चाइल्ड गाइडेंस एंड काउंसलिंग, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, ऑर्गेनिक फार्मिंग, फूड एंड न्यूट्रिशन, टूरिज्म स्टडीज, फ्रंट ऑफिस ऑपरेशन सहित कई कोर्स शामिल किए गए हैं।