शहडोल जिले में एक बार फिर से करोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। त्योहार के सीजन को देखते हुए प्रशासन के लिए यह और भी चिंताजनक बात है। जिले में एक महीने बाद फिर से 3 नए मरीज करोना पाजिटिव पाए गए हैं। इन तीनों संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री भी सामने आई है। यह तीनों ही करोना के मरीज बुढार स्थित होटल विलासा के कर्मचारी हैं। इन तीनों में से दो महिला होटल कर्मी मिजोरम से और एक पुरुष होटल कर्मी शहडोल के सिंहपुर क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
इससे पहले 28 सितंबर को 3 मरीज करोना पाजिटिव पाए गए थे। जो अब स्वस्थ हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि बुढ़ार के विलास होटल में काम करने के लिए मिजोरम से 14 अक्टूबर को 9 लोग आए थे। होटल मैनेजमेंट द्वारा इन सभी की सैंपल टेस्टिंग कराई गई थी और क्वारनटाइन में रखा गया था। तभी जानकारी हुई कि इन 9 लोगों में से 2 लड़कियां पॉजिटिव हैं। रिपोर्ट आने के बाद इन दोनों लड़कियों को आइसोलेशन में रखा गया है।
इसी तरह सर्दी खांसी की शिकायत के बाद एक दूसरे कर्मचारी की भी करोना जांच कराई गई और यह होटल कर्मी भी पॉजिटिव पाया गया। यह व्यक्ति कुछ दिनों पहले मैहर से बुढार वापस लौटा था। इस तीसरे व्यक्ति को भी आइसोलेशन में रखा गया है।
करोना जैसी खतरनाक बीमारी को लेकर भी प्रशासन की लापरवाही कम नहीं हो रही है। बताया जा रहा है कि इन व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट 18 अक्टूबर की शाम को ही आ चुकी थी, लेकिन उसे जारी नहीं किया गया। इस रिपोर्ट को 2 दिन बाद जारी किया गया। बुढार बीएमओ डॉक्टर सचिन कारकुन ने यह भी बताया है कि मिजोरम से आई इन दोनों लड़कियों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। जबकि सिंहपुर के रहने वाले होटल कर्मी को वैक्सिंग की दोनों डोज लग चुकी है। इसके बावजूद इनमें कोरोना की पुष्टि हुई है।
पूरे जिले की बात करें तो अब तक 10136 लोग यहां पाज़िटिव हो चुके हैं और सरकारी आंकड़ों के अनुसार इनमें से 169 लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं। अभी भी लोग लापरवाही कर रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। आने वाले दिवाली त्योहार को देखते हुए प्रशासन के लिए यह और भी बड़ी सिर दर्दी है। जिला प्रशासन को जल्द से जल्द इस विषय पर सख्त एक्शन लेने की जरूरत है।