अनूपपुर में रेलवे लाइन के ऊपर पुल निर्माण की राह में आ रही बाधाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। 3 साल से लटके पुल निर्माण कार्य में एक बार फिर से अड़चन आती हुई दिख रही है। बताया जा रहा है कि रेलवे फाटक अनूपपुर पर प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण के लिए पुल निगम ने रेलवे विभाग से रेलवे फाटक पूरी तरह बंद कराने की मांग की थी। लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा उन्हें इस बात की अनुमति नहीं दी गई है।
पुल निगम शहडोल का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए इस रेलवे फाटक को बंद किया जाना चाहिए ताकि पुल निर्माण के दौरान कोई हादसा न हो।
जबकि रेलवे विभाग का कहना है कि अनूपपुर शहर के बीच से गुजरने वाली रेलवे लाइन के कारण पूरा शहर दो भागों में बंटा हुआ है और इन दोनों हिस्सों को जोड़ने के लिए बाईपास के अलावा केवल यही एक रास्ता है और फिर पुल निगम के निर्माण कार्य के कारण यह और भी सकरा हो गया है। अगर इस रास्ते को बंद कर दिया गया तो यातायात रुक जाएगा और शहरवासियों को परेशानी होगी।
इसी बात को लेकर पुल निगम और रेलवे विभाग में तनातनी बनी हुई है और पुल निर्माण का काम अधूरा पड़ा हुआ है। निगम का कहना है कि पुल निर्माण की सारी तैयारियां की जा चुकी हैं अतिक्रमण को हटाने से लेकर पिलर के लिए खुदाई तक सारे काम रुके हुए हैं और रेलवे विभाग फाटक बंद करने की अनुमति नहीं दे रहा है।
पुल निगम इस सड़क के आसपास के इलाके में घेराबंदी करके पुल निर्माण का काम कर रहा है, जिससे सड़क पर जगह-जगह मिट्टी के ढेर, गिट्टी के आदि फैला हुए हैं और लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। इसके बाद यदि फाटक भी बंद कर दिया जाता है तो शहर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से का संपर्क पूरी तरह से कट जाएगा।
इन दोनों हिस्सों को जोड़ने के लिए ही इंदिरा तिराहा से कोतवाली तिराहा के बीच रेलवे लाइन के ऊपर यह सड़क पुल का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन 3 साल से इसका काम अटका हुआ है और एक के बाद एक मुसीबतें सामने आ रही हैं। प्रशासन के इस रवैए से कब तक यह पुल बनकर तैयार हो पाएगा यह कहना मुश्किल है?