शहडोल जिले में 3 सालों के लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार सीवर लाइन बिछने का काम शुरू होने वाला है।दरअसल साल 2019 में सीवेज नेटवर्क बिछाने और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए डीपीआर तैयार हुई थी।जिसके बाद से ही इसका टेंडर पास होने में कोई न कोई रुकावट आए जा रही थी। इस कारण से लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़को पर फैल जाता था और लोगों को बहुत परेशनियों का सामना करना पड़ रहा था।अब लगभग तीन सालों बाद इसका टेंडर पास हो सका है।
इस प्रोजेक्ट के पूरे काम की ज़िम्मेदारी मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी को सौंपी गयी है। एमपीयूडीसी के अधिकारियों के अनुसार इस सीवेज नेटवर्क के प्रोजेक्ट की लागत 192 करोड़ 82 लाख रुपए है, जिसमें 10 साल का मेंटेनेंस भी शामिल हैं। एमपीयूडीसी के प्रोजेक्ट मैनेजर का कार्यालय शहर में शुरू हो चुका है।
उनका कहना है कि जल्द ही ठेकेदार फाइनल किया जायगा और उसके बाद डोर टू डोर सर्वे शुरू होगा।इसमें संबंधित परिवार की जानकारी, घरों के कागजात और घर की बनावट आदि का सर्वे किया जाएगा।
सीवेज नेटवर्क का काम 2034 की अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से डिजाइन किया जा रहा है।इसके अंतर्गत नगर की बसावट में 17 हजार 833 घरों तक लाइन बिछाने की तैयारी है। पूरे नगर में सीवर की लंबाई 218 किलोमीटर रहेगी। साथ ही मानपुर रोड में मुड़ना नदी के पास ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाया जाएगा। और पूरे नगर के मल-जल को ट्रीट किया जाएगा। इसकी क्षमता 17 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) की रहेगी।
अधिकारियों के अनुसार आईपीएस और एसटीपी के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है, साथ ही लैंड अलॉटमेंट की कार्यवाही भी चल रही है।इसके लिए करीब ढाई हेक्टेयर भूमि की ज़रूरत पड़ेगी।
प्रोजेक्ट की शुरुआत में सबसे पहले टोपोग्राफिकल सर्वे और फिर सीवेज लाइन बिछाने के बाद प्रति हाउसहोल्ड कितना शुल्क वसूलना है यह नगर पालिका तय करेगी। 10 साल तक इसके मेंटेनेंस का काम संबंधित ठेकेदार करेगा और इसके बाद इसे नगर पालिका को ही हैंडओवर कर दिया जाएगा।