कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कलेक्टर सभागार की समीक्षा बैठक के दौरान राजस्व अधिकारीयों को दिशा निर्देश देते हुए कहा की राजस्व भू अभिलेख शुद्धिकरण अभियान राज्य सरकार की प्राथमिकता का कार्यक्रम है, और उन्हें कहा की 1 नवंबर से15 नवंबर तक चलाये जा रहे पखवाड़े के वक़्त राजस्व अभिलेख शुद्धिकरण का कार्य पूर्ण किया जाए। और ऐसा नहीं होने पर सख्त से सख्त कार्रवाही सम्बंधित अद्धिकारियों के खिलाफ की जायेगी।इस समीक्षा बैठक में एसडीएम पाली,एसडीएम मानपुर,एसएलआर के साथ साथ तहसील दार एवं नायब तहसीलदार भी मौजूद थे।
आगे कलेक्टर ने कहा की पटवारी हल्का वार सम्बंधित पटवारी से प्रतिवेदन लें और पटवारी खुद जांच कर प्रकरण बनाये। दिशा निर्देश देते हए कलेक्टर द्वारा किन किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है यह भी बताया। जैसे खसरा क्षेत्र फल सुधार, सक्रिय एवं मूल तथा बांका खसरों में सुधार, नक़्शे की मरम्मत उसके साथ ही नक्शा तरजीह कार्य, नक्शा सुधार कार्य पूरा करने के आदेश दिए।
उन्होंने आगे यह भी कहा की अपने स्वामित्व योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करने, अविवादित, फौजी नामांतरण, बंटवारा का एक महीने के भीतर निराकरण करें। खराब ट्रांसफार्मर को लेकर भी आदेश दिए गए, वाटसएप का यूज़ करके राजस्व अभियान की दैनिक प्रगति की जानकारी एसएलआर के माध्यम से दी जाए।
अब देखने वाली बात यह है की आखिर कब तक सिर्फ समीक्षा बैठक ही अधिकारीयों और बड़े कलेक्टरों द्वारा ली जाती है, क्यूंकि न जाने कितनी बैठक अब तक हो चुकीं हैं लेकिन आज भी लोग अपने हकों के लिए प्रशासन से गुहार लगाते हुए नज़र आते हैं। यह समय अब झूठे आश्वासन देने का नहीं है बल्कि असलियत में कुछ करने का है, आखिर कब तक आम इंसान इन समीक्षा बैठकों से खुश हो कर संतुष्ट होता रहेगा? उम्मीद यही होगी की कलेक्टर द्वारा दिए आदेश का जल्द से जल्द पालन हो और न होने पर सख्त कारवाही भी निश्चित हो।