अनूपपुर जिले के जैतहरी नगर में एक भारी समस्या बनी हुई है, क्योंकि जब से अमरकंटक का रास्ता बंद हुआ है, तब से इसकी जगह अब लोगों ने जैतहरी नगर की सड़को से आना जाना शुरू कर दिया है। इस कारण से कई महीनों से सभी भारी वाहन भी इस सड़क से गुज़र रहे है, जिस कारण यह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है।
दरअसल जैतहरी नगर की सड़कें इतनी ज़्यादा मज़बूत नहीं है कि इतने भारी वाहनों को झेल सके। यह उनकी क्षमता से ही बाहर है। और कई समय से रेत के भारी वाहन इस सड़क से दिन-रात गुज़र रहे है, जिससे इस सड़क की हालत दिन पर दिन और खराब होती जा रही है। ये वाहन चालक अपनी मनमानी करते है, और लोगों की ज़रा भी परवाह नहीं करते। इसी समस्या को लेकर नगर परिषद जैतहरी की अध्यक्ष श्रीमती नवरत्नी शुक्ला ने जिला कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना को पत्र लिखकर इस समस्या से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि जैतहरी की सड़के भारी वाहनों के चलने से क्षतिग्रस्त हो गई है। और कुछ बेख़ौफ़ वाहन चालक कई महीनों से इस रास्ते पर यहां अपनी रेत से भरे भारी वाहनों को लेकर गुज़रते है। इस कारण से इस सड़क की हालत बदत्तर होती जा रही है और जैतहरी नगर के लोगों को इन सड़को पर आवागमन करने में बहुत दिक्कत हो रही है।इस सबके पीछे सबसे ज़्यादा तो ये रेत के ठेकेदार ज़िम्मेदार है जो मनमाने तरीके से शहर के बीच से रेत के वाहन निकालते है, जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
इस समस्या को लेकर जैतहरी की नगर परिषद ने तुरंत ऐसे भारी वाहनों के जैतहरी नगर की सड़कों पर आवागमन पर रोक लगाने की जिला कलेक्टर से मांग की है। इनके अलावा उन्होंने अधीक्षक, खनिज अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतहरी और थाना प्रभारी जैतहरी को भी इस समस्या हेतु सूचना दी है। जिससे जल्द से जल्द ऐसे खनिज ठेकेदार और रेत वाहन चालकों पर जैतहरी नगर में परिवहन पर रोक लगाई जाये।
यह समस्या कई महीनों से जैतहरी नगर में बनी हुई है, जिससे यहां के स्थानीय लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और हर वक्त किसी दुर्घटना के होने का भी डर बना रहता है और इन सड़को पर लोग सुरक्षित भी महसूस नहीं कर पाते। प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का हल निकालने की आवश्यकता है, साथ ही इन ठेकेदार और रेत वाहन चालकों पर भी कार्यवाही कर रोक लगाने की ज़रूरत है।