जिले के लोगों की कई समस्याओं और शिकायतों के निराकरण के लिए कमिश्नर ऑफिस के सभाकक्ष में हर बार की तरह जनसुनवाई आयोजित की गई। सभाकक्ष में संयुक्त आयुक्त मगन सिंह कनेश एवं उपायुक्त राजस्व बी.के. पांडेय ने संभाग के दूरदराज से आये लोगों की समस्याओं से संबंधित आवेदन लेकर उनकी जनसुनवाई की और उनके आवेदनों के तुरंत निराकरण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवेदन पत्र भेजा। इस जनसुनवाई कार्यक्रम में बहुत लोगों ने अपनी-अपनी समस्याओं और शिकायतों के बारे में संयुक्त आयुक्त और उपायुक्त को अवगत कराया।
जनसुनवाई की कुछ मुख्य शिकायतें-
इस मौके पर पांडवनगर निवासी दिव्यांग सुशील कुमार मिश्रा ने आवेदन देकर बताया कि सितंबर के महीने से उसकी पेंशन बंद हो गई है, जिससे उसको रोजमर्रा के खर्च चलाने में काफी मुश्किलें हो रही है। इस शिकायत पर तुरंत संयुक्त संचालक ने नगरीय निकाय मकबूल अहमद को शिकायत के निराकरण कराने और पेंशन चालू कराने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार गांव कंचनपुर के पूर्व सरपंच वीरेंद्र सिंह ने आवेदन देकर बताया कि ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा नाली निर्माण के साथ-साथ अन्य विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है और वह ग्राम पंचायत की सामग्री जैसे कि कंप्यूटर, टीवी और हैंडपंप की सामग्री का स्वयं उपयोग कर रहे है।
इसके बाद गांव पपरेडी तहसील ब्यौहारी के गणेश खैरवार ने आवेदन देकर बताया कि महाबली सिंह बैस संस्था द्वारा 3 साल से उसकी ज़मीन पर कब्जा किया जा रहा है।
इन दोनों की समस्याओं के निराकरण हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ब्यौहारी को इन शिकायतों को आगे प्रशासन को फॉरवर्ड करने के निर्देश दिए गए।
इसके बाद संयुक्त आयुक्त और उपायुक्त ने जनसुनवाई के अधिकतर सभी आवेदनों को शहडोल के जिला कलेक्टर के पास भेजकर जल्द से जल्द ज़रूरी कार्यवाही करने को कहा।
ज़िले में बहुत समय से ऐसी लंबित शिकायतें है, जिनके निराकरण के लिए कई निर्देश और आदेश तो दिए जाते है, किंतु बहुत ही कम शिकायतों का सम्बंधित अधिकारियों द्वारा निराकरण किया जाता है। प्रशासन को ऐसी शिकायतों पर सख्ती से कार्यवाही कर एक्शन लेने की ज़रूरत है। और ऐसी जनसुनवाई को भी समय-समय पर आयोजित किया जाना चाहिए, ताकि जिला वासियों की मुसीबतें कम हो सकें।