गुरूवार को शहडोल पुलिस की विशेष टीम ने एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है जो पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों के साथ ठगी किया करता था। इस व्यक्ति का नाम जयप्रकाश मिश्रा बताया जा रहा है और ये पहले सशस्त्र पुलिस बल में आरक्षक के पद पर काम करता था।
गुरूवार को प्रेस वार्ता में पुलिस विभाग की तरफ से एडीशनल एसपी ने बताया की आरोपी पुलिस वर्दी में स्पेशल टास्क फ़ोर्स में होने का झांसा देकर लोगों को ठगा करता था। ज्यादातर ये ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से पैसा निकलने वाले लोगों को अपना शिकार बनाता था।
एडीशनल एसपी ने यह भी बताया कि जयप्रकाश से पूछताछ में यह भी पता लगा है कि वह वर्ष 2006 में सशस्त्र पुलिस बल की 26 वीं वाहनी में आरक्षक के पद पर नियुक्त हुआ था लेकिन जबलपुर में ट्रांसफर होने के बाद वह अक्सर गैर हाज़िर रहा करता था और इसी कारण 2015 में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
छानबीन करने पर अपराधी के पास से घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल फ़ोन, सिमकार्ड, आधार कार्ड, दो ब्लेंक सीडी पाई गई हैं और इन सबको जब्त कर लिया गया है। शहडोल के साथ साथ आरोपी जयप्रकाश के खिलाफ कटनी और बालाघाट में भी आपराधिक मामले जब्त हैं।
17 सितंबर को आरोपी जयप्रकाश ने जैसिंहनगर थाना के तहत ग्राम करकी के रहने वाले है अतीश शुक्ला को वीडियो कॉल किया और उनके रिश्तेदार का एक्सीडेंट होने का कारण बताकर पैसे ट्रांसफर करा लिए और उसे यह कह दिया कि उसके पड़ोसी दुकानदार द्वारा पैसा वापस कर दिया जाएगा। इस ठगी की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी ।
इसी तरह कटनी के माधो नगर थाने में भी आरोपी जयप्रकाश पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं बालाघाट पुलिस ने भी आरोपी जयप्रकाश से वर्दी बेल्ट जूते नंबर प्लेट आदि जब्त किए थे। लेकिन कई दिनों से यह फरार था और आखिरकार शहडोल पुलिस की विशेष टीम ने इसे पकड़ लिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द से जल्द मामले की पूरी जांच कराकर आरोपी जयप्रकाश पर न्यायिक प्रक्रिया शुरू की जाएगी।