उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक नर बाघ के शव के मिलने की खबर सामने आई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर कोर परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक पी-210 में पेट्रोलिंग के दौरान शाम 4.00 बजे एक नर बाघ का शव देखा गया। जिसकी सूचना मिलने पर परिक्षेत्र अधिकारी पतौर मौके पर पहुंचे और क्षेत्र को सील कर वरिष्ठ अधिकारियों और सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ को भी सूचना दी। घटनास्थल पर उप संचालक,सहायक संचालक, पशु चिकित्सा अधिकारी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।
टाइगर रिज़र्व प्रबंधन का दावा है कि नर बाघ की मौत आपसी संघर्ष में हुई है। शव मिलने पर लगभग 500 मीटर की दूरी पर एक बाघिन और उसके बच्चों को भी देखा गया। ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है कि शायद इसी बाघिन ने अपने शावकों की जान बचाने के लिए इस बाघ को मौत के घाट उतार दिया है।
फिलहाल इस क्षेत्र को सील कर दिया गया है और घटनास्थल के पास जाने के लिए लोगों को सख्त हिदायत भी दी गई है। घटनास्थल के पास ही बमेरा गांव है, जिस कारण गांव वासियों को घटनास्थल और बाघों के मूवमेंट वाले क्षेत्र की ओर न जाने की सलाह दी गई है।
इस नर बाघ की उम्र लगभग 4 से 5 साल बताई गई है और डॉक्टर्स की पूरी टीम द्वारा पोस्टमार्टम करने पर बाघ के शरीर का कोई भी अंग गायब नहीं मिला है। मृत बाघ के सभी अंग ठीक और सुरक्षित पाए गए हैं जिससे यह साफ कहा जा सकता है कि ये कोई शिकार का मामला नहीं है।
इसके बाद फॉरेंसिक जांच के लिए सभी सबूतों को सुरक्षित किया गया और सभी अधिकारियों की मौजूदगी में बाघ के शव को जलाकर नष्ट किया गया।