अब यह एक जगह की बात नहीं है बल्कि हर तरफ खराब सड़कों की हालत दिन प्रति दिन बदतर होती चली जा रही है। बात यदि कोतमा नगर के मुखर्जी चौक से विडिओ मोड तक की करें तो इनका हाल तो इतना बुरा है कि कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। जगह जगह गढ़े हैं जिस कारण इन सड़कों की हालत जर्जर होती चली जा रही है। यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि यहाँ कोई निर्माण कार्य नहीं किया गया।
बात तो कुछ ऐसी है कि निर्माण कार्य स्वीकृत भी कर लिया गया जिसका टेन्डर भी पास हो गया लेकिन नाली जर्जर स्थिति में थी इसलिए काम रूक गया, फिर नाली का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया। फिर बारिश का मौसम आ गया तो ठेकेदारों ने सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया, लेकिन अब बारिश भी थम गई है और दिवाली भी बीत गई है, लेकिन अब भी सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
यह कहना बिल्कुल गलत होगा की इन गड्ढों का भराव नहीं किया गया। जिन गिटियों का भराव इन गढ़ों में किया गया है उनसे लोगों को चोटिल होने का डर बना रहता है क्यूंकि यह उछलकर लोगों की दुकानों या घरों में आ जाती है।
सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने के कारण इन गिट्टियों की वजह से धूल एवं डस्ट उड़ती है जो एक और कारण बन जाता है आम नागरिकों को परेशानी देने वाला। लेकिन इसकी सुध प्रशासन को कहाँ, काम शुरू करवाना तो खैर दूर की बात, अभी ठेकेदारों को इसके चलते दिशा निर्देश ही नही दिए गए हैं। जिससे ठेकेदारों को भी मनमानी करने का पूरा मौका मिल रहा है। फ़रवरी माह में निर्माण कार्य का भूमि पूजन भी कर दिया गया था लेकिन अब नया वर्ष आने को है, 8 महीने बीत चुके हैं फिर भी सड़क का निर्माण कार्य शुरू ही नहीं किया गया, अब आम बात है इसके चलते लोगों में आक्रोश तो बढ़ेगा ही।
लोगों को यह आश्वासन भी दिया गया था कि दीपावली के बाद यह निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा, इसके चलते सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज हो चुकी है लेकिन उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ा। आखिर क्यूँ प्रशासन अपने कामों से भागता हुआ नजर आ रहा है? क्या निर्माण कार्य की शुरुवात तब होगी जब चुनाव सर पर होंगे?