कोरोना लॉकडाउन के कारण लंबे समय बाद स्कूल खोले गए हैं और स्कूल खुलते ही ड्रेस और किताबों की दुकान में भी भीड़ देखने को मिल रही है। स्कूल खुलने के साथ ही देश और किताबों की मांग भी बढ़ गई है और ड्रेस, कॉपी किताबों, स्कूल बैग्स के दुकानदार इसे लेकर काफी खुश हैं।
दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान स्कूल ड्रेस और कॉपी किताबों की बहुत कम बिक्री हो पा रही थी लेकिन लंबे समय बाद जब स्कूल खुलने लगे हैं तो स्कूल ड्रेस और कॉपी किताब की मांग भी बढ़ गई है। लेकिन अभी भी पहली की तुलना में मांग कम ही है।
दुकानदारों की मानें तो लॉकडाउन की तुलना में फिलहाल 15-20 प्रतिशत मांग में बढ़ोतरी हुई है। अभी भी अभिभावक जहाँ पहले बच्चों को तीन तीन ड्रैस लिया करते थे, फिलहाल एक से ही काम चला रहे हैं। लेकिन दुकानदारों में यह उम्मीद है कि जैसे ही स्कूल स्थायी तौर पर शुरू हो जाएंगे और बच्चे आने लगेंगे एक बार फिर से ड्रेस और किताब दुकानदारों की बिक्री बढ़ जाएगी।
कोरोना लॉकडाउन का जिक्र करते हुए दुकानदारों ने यह भी कहा कि लॉकडाउन के दौरान दुकानदारी बिलकुल धीमी पड़ गई थी लेकिन स्कूल के खुलने से फिर से एक नई उम्मीद जगी है और दुकानदारों को आमदनी का भरोसा होने लगा है।
फिलहाल अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं लेकिन जैसे जैसे वैक्सीनेशन अभियान आगे बढ़ रहा है लोगों में जागरूकता आ रही है और अभिभावक सतर्कता के साथ बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं। कोरोना लॉक डाउन की मंदी का असर हर किसी पर पड़ा है और इससे स्कूल ड्रेस और कॉपी किताबों के दुकानदार भी अछूते नहीं रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही परिस्थितियां सामान्य होंगी और इन दुकानदारों की बिक्री भी पटरी पर लौट सकेगी।