10 नवंबर को यातायात पुलिस ने छात्र छात्राओं को यातायात शिक्षा के प्रति जागरूक किया। यह सभा मुख्यालय स्थित रघुराज हाइयर सेकन्डेरी स्कूल में हुई थी। ऐसे विषयों में छात्र छात्राओं को जानकारी दी गई जो काफी अहम बन जाती हैं जैसे रास्ते में चलने के नियम, यातायात सिगनल की जानकारी, सड़क दुर्घटना से बचे रहने के लिए हेलमेट का इस्तेमाल, सीट बेल्ट का प्रयोग, इन सभी विषयों से विस्तार में जानकारी प्रदान की गई।
यातायात के नियमों का पालन करना अति आवश्यक बन जाता है, यदि हम सभी यातायात के नियमों का पालन करें तो इन दुर्घटनाओं से अपने आप को एवं दूसरों को बचा सकते हैं।
इस जागरूकता अभियान में आए दिन घटित सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण के आधार पर वाहन चालकों द्वारा की जा रही लापरवाही और यातायात नियमों के उल्लंघन से बढ़ती सड़क दुर्घटना में रोकथाम के उपाय बताए गए। यातायात के नियम में सड़क संकेत, सड़क चिन्ह, विद्युत संकेत, चालक द्वारा दिए जाने वाले संकेत और यातायात जवानों द्वारा दिए जाने वाले संकेतों के बारे में भी बताया गया।
यदि छात्र छात्राओं को विद्यालय में ही यह सब नियम सिखा दिए जाएँ तो उन्हे यह बातें ज़िंदगी भर याद रह सकतीं हैं क्यूंकि आजकल तो आलम कुछ ऐसा है कि जब कोई ड्राइविंग लाइसेन्स बनाने निकलते है तो कुछ दिन पहले यातायात नियम याद कर लेते हैं, और यह जानकारी टेस्ट पास करने तक ही याद रहती हैं, इसलिए काफी आवश्यक है छात्रों को यातायात की जानकारी प्रदान करना।
छात्रों को अक्सर छोटी -छोटी कक्षाओं में ही लाल बती, पीली बती का अर्थ समझा दिया जाता है लेकिन यातायात नियमों के बारे में जानकारी देने में प्रशासन कभी कभी ही सक्षम साबित होता हुआ दिखता है। आए दिन शहडोल में होने वाले सड़क हादसे ही इसका एक उदहारण है।
यहाँ पुलिस अधीक्षक यातायात अखिलेश तिवारी, स्कूल की प्राचार्या श्रीमती आभा त्रिपाठी, सूबेदार अबिनव राय, सहायक उप निरीक्षक हवलदार सिंह, आरक्षक विवेकानंद तिवारी, अमर सिंह बागरी एवं 200 के पार छात्र छात्राओं की मौजूदगी देखी गई थी।