शहडोल नगरपालिका परिषद का लगभग तीन करोड़ से भी ज्यादा का कर बकाया है। इसमें प्रमुख रूप से संपत्ति कर, जलकर आदि शामिल हैं। इतना ही नहीं बल्कि नगरपालिका के तहत आने वाली कई दुकानों का किराया भी लंबे समय से नहीं चुकाया जा रहा है।
इस किराये की बात करें तो लगभग 90 लाख रूपए की राशि है जो दुकानदारों द्वारा नहीं चुकाई गई है। आंकड़ों की माने तो शहडोल नगरपालिका के तहत कुल 14280 सम्पत्तियाँ दर्ज हैं और लगभग 5000 के आसपास नल कनेक्शन हैं। इनमें से कई लोगों ने टैक्स और किराया महीनों से नहीं चुकाया है।
नगरपालिका द्वारा टैक्स न चुकाने वालों की संख्या लगभग 10000 बताई गई है। इनमें से कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने साल भर से ज्यादा से कर नहीं चुकाया है और किराया नहीं दिया है। इसमें जहाँ कुछ रसूखदार लोग शामिल हैं वहीं कुछ नेता गण भी शामिल है।
नगर पालिका द्वारा इन लोगों को कई बार नोटिस दिए गए और टैक्स व किराया चुकाने के लिए आदेश पारित हुए, इसके बाद भी लोगों ने सही समय पर कर नहीं चुकाया है।
इसी को देखते हुए नगरपालिका ने कुछ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है बीते दिन नगरपालिका ने भगत सिंह परिसर में छह दुकानों पर तालाबंदी कर दी जिन्होंने किराया नहीं चुकाया था। नगरपालिका के आंकड़ों की मानें तो अभी लगभग 50 लोग ऐसे हैं, जिन पर 50,000 से 1,00,000 तक का संपत्ति कर बकाया है। जबकि 80 लोग ऐसे हैं जिन पर 30,000 से 50,000 तक का संपत्ति कर बाकी है।
नगरपालिका का कहना है कि ऐसे टैक्स डिफाल्टरों के खिलाफ़ एक्शन लिया जाएगा इनके द्वारा यदि समय पर टैक्स और किराया नहीं चुकाया जाता है तो इनकी तस्वीरें अखबारों पर निकाली जाएगी और जगह जगह पोस्टर लगाए जाएंगे और तालाबंदी की जाएगी।